सन्दर्भ:
: गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (GRSE), कोलकाता द्वारा निर्मित चौथे अगली पीढ़ी के अपतटीय गश्ती पोत (NGOPV) यार्ड 3040 का कील बिछाने का समारोह हाल ही में आयोजित किया गया।
NGOPV के बारें में:
: अगली पीढ़ी के अपतटीय गश्ती पोत (NGOPV) का विस्थापन लगभग 3000 टन है।
: वे बहु-भूमिका समुद्री संचालन के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, जिनमें शामिल हैं:-
- तटीय रक्षा और निगरानी।
- खोज और बचाव (SAR) मिशन।
- तेल रिग और प्लेटफ़ॉर्म जैसी अपतटीय संपत्तियों की सुरक्षा।
- भारत के अनन्य आर्थिक क्षेत्र (EEZ) और उसके बाहर समुद्री डकैती विरोधी अभियान।
: ये जहाज आधुनिक सेंसर और हथियारों से लैस होंगे, जिससे भारतीय नौसेना की समुद्री क्षेत्र जागरूकता और कम तीव्रता वाले समुद्री संघर्ष क्षमताओं में वृद्धि होगी।
: ज्ञात हो कि NGOPV का निर्माण 11 गश्ती जहाजों के स्वदेशी डिजाइन और विकास के लिए 30 मार्च 2023 को हस्ताक्षरित अनुबंध का हिस्सा है।
: ये अनुबंध निम्नलिखित को दिए गए: गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL) – लीड शिपयार्ड (7 जहाज) और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (GRSE) – फॉलो शिपयार्ड (4 जहाज)
: यह परियोजना ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ की राष्ट्रीय पहलों के तहत रक्षा विनिर्माण में आत्मनिर्भरता के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
