सन्दर्भ-भारत के महापंजीयक द्वारा जारी विशेष बुलेटिन के अनुसार भारत के मातृ मृत्युदर अनुपात (MMR)वैश्विक सतत विकास लक्ष्य के बहुत पास पहुंच चूका है।
कारण है-पिछले कुछ वर्षों में लगातार गिरावट के साथ,भारत राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति एमएमआर 100 के लक्ष्य को प्राप्त करने की कगार पर पहुंचने वाला है।
प्रमुख तथ्य-MMR प्रति एक लाख जीवित जन्मो पर मातृ मृत्यु 2017 -19 के लिए 10 अंको की कमी के साथ 103 पर आ गया है।
:आंकड़ों के अनुसार भारत के लिए एमएमआर 2014-16 में 30 था,जो 2015-16 में घटकर 122 और 2016-18 में 113 हो गया।
:आंकड़ों के अनुसार सात प्रमुख राज्यों ने पहले SDG के लक्ष्यों प्राप्त कर लिया है,ये राज्य है-केरल (30),महाराष्ट्र (38),तेलंगाना (56),तमिलनाडु (58),आंध्र प्रदेश (58),झारखंड (61),और गुजरात (70)।
:इन सात राज्यों अतिरिक्त कर्नाटका (83) और हरियाणा (96)ने भारत द्वारा निर्धारित राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति लक्ष्य को प्राप्त कर लिया है।
:हरियाणा भले ही हासिल कर लिया हो परन्तु यह उन चार राज्यों में से एक है जहाँ वास्तव में MMR में वृद्धि देखि गई अन्य राज्य है पश्चिम बंगाल,छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड।
:तीन राज्य ऐसे रहे जिनमे MMR में 15% से अधिक की गिरावट दिखाई है,ये राज्य है-केरल,महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश।
:उच्चतम एमएमआर वाले राज्य असम (205),उत्तर प्रदेश (167),मध्य प्रदेश (163),छत्तीसगढ़ (160),और राजस्थान (141) हैं।
:हालाँकि उत्तर प्रदेश भी ऐसा राज्य रहा है जिसमे सुधार देखा गया,जिसने 30 अंकों की कमी की है,इसके बाद राजस्थान ने 23 अंक,बिहार 19 अंक,पंजाब 15 अंक और ओडिशा में 14 अंकों की गिरावट देखी गई है।