सन्दर्भ:
: वैश्विक कनेक्टिविटी के लिए 36 OneWeb सैटेलाइट्स के साथ सबसे भारी प्रक्षेपण यान LVM3 का सफल प्रक्षेपण किया गया।
LVM- 3 के प्रक्षेपण से जुड़े प्रमुख तथ्य:
: इसका विकास ISRO, NSIL, INSPACeIND ने किया है।
: GSLV-Mk3 या LVM3 आत्मनिर्भरता की अनूठी मिसाल है और वैश्विक कमर्शियल लॉन्च सेवा बाजार में भारत की प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त को ये बढ़ाता है।
: ब्रिटेन स्थित ग्राहक के लिए 36 ब्रॉडबैंड संचार उपग्रहों को निचली कक्षा (LEO) में स्थापित किया गया।
: ISRO के LVM- 3 बोर्ड पर OneWeb LEO उपग्रहों को प्रक्षेपित करने के लिए लंदन मुख्यालय वाली नेटवर्क एक्सेस एसोसिएटेड लिमिटेड (OneWeb) के साथ दो लॉन्च सेवा अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए थे।
: OneWeb एक निजी उपग्रह संचार कंपनी है,जिसमें भारत की भारती एंटरप्राइजेज एक प्रमुख हिस्सेदार है।
: NSIL के माध्यम से LVM- 3 के जरिये पहला वाणिज्यिक प्रक्षेपण है।
: इस रॉकेट की क्षमता 8,000 किलोग्राम तक के उपग्रहों को अंतरिक्ष में ले जाने की है।
: GSLV-Mk3 के चंद्रयान -2 को लॉन्च करने के बाद जून 2019 में GSLV-Mk3 को चालू घोषित किए जाने के बाद यह पहला मिशन था, जिसमें कई पहली और कुछ प्रमुख तकनीकी चुनौतियां थीं, जिन्हें दूर किया गया था।