सन्दर्भ:
:ब्रिटेन के विदेश सचिव Liz Truss ने ऋषि सुनक को हराकर ब्रिटेन के अगले प्रधान मंत्री के रूप में स्थान लिया।
चुनाव से जुड़े प्रमुख तथ्य:
:कंज़र्वेटिव पार्टी ने उन्हें अपना नया नेता चुन लिया है।
:पार्टी के सर ग्राहम ब्रैडी ने वेस्टमिंस्टर के क्वीन एलिज़ाबेथ द्वितीय सेंटर में परिणामों का एलान किया।
:Liz Truss को 81,326 वोट मिले जबकि ऋषि सुनक को 60,399 वोट मिले।
:हालांकि ऋषि सुनक पहले पांच राउंड तक बढ़त बनाए हुए थे।
:लीज़ ट्रस कल बालमोरल में क्वीन से मिलेंगी जो उन्हें सरकार बनाने का न्योता देंगी,इसके उपरांत लीज़ ट्रस ब्रिटेन की प्रधानमंत्री बनेंगी।
:39 सालों के बाद उन्हें आयरन लेडी थैचर के पदचिह्नों पर चलने का मौका मिलने जा रहा है।
:थेरेसा मे और मार्गरेट थैचर के बाद देश की तीसरी महिला प्रधानमंत्री होंगी लीज़ ट्रस।
Liz Truss के बारें में:
:Liz Truss का जन्म 1975 में ऑक्सफ़ोर्ड में हुआ था।
:इनकी शिक्षा राउंड हे स्कूल, लीड्स, और ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय से हुई है।
:इन्होने ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय में फ़िलॉसफ़ी, राजनीति और अर्थशास्त्री की पढ़ाई की है।
:ऑक्सफ़ोर्ड में ही वो कंज़र्वेटिव पार्टी से जुड़ीं।
:पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने शेल और केबल एंड वायरलेस कंपनियों में बतौर आकाउंटेंट काम किया और अपने सहकर्मी ह्यूग ओ लैरी से वर्ष 2000 में विवाह की।
:छात्र जीवन में ही वो छात्र राजनीति में काफ़ी सक्रिय हो गई।
:इन्होने अपना राजनीतिक जीवन लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी से की।
:Liz Truss वर्ष 2001 में वेस्ट यॉर्कशायर के हेम्सवर्थ से पार्टी की उम्मीदवार बनीं, लेकिन चुनाव में पराजय का सामना करना पड़ा।
:इसके बाद 2005 में भी वेस्ट यॉर्कशायर के ही कैल्डर वैली से वो चुनाव हार गईं।
:परन्तु 2006 में वे ग्रीन विच से कॉउंसलर चुनी गई।
:2010 में कंजर्वेटिव पार्टी ने उन्हें साउथ वेस्ट नॉरफ़ॉक की सुरक्षित सीट से उतारा और अभी वही से सांसद है।
:2012 में सांसद बनने के सिर्फ़ चार साल बाद वो सरकार में शिक्षा मंत्री बनी और 2014 में पर्यावरण मंत्री बन गईं।
:थेरेसा मे के कार्यकाल में वो कानून मंत्री रहीं और बोरिस जॉनसन के कार्यकाल 2019 में तो ट्रस को अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का मंत्री बनाया गया।
:और साल 2021 में डोमिनिक राब के बाद इन्होने विदेश मंत्री का पद संभाला।
:Liz Truss ने चार अन्य कंज़र्वेटिव सांसदों के साथ मिलकर 2010 में एक किताब लिखी जिसका नाम था ‘ब्रिटैनिया अनचेंज्ड’.
:ब्रेग्ज़िट पर ट्रस का यूटर्न रहा,पहले बताया ब्रेग्ज़िट “एक ट्रिपल ट्रैजेडी होगी – ज़्यादा नियम, कई फ़ॉर्म और यूरोपीय यूनियन को बेचने में बहुत ज़्यादा देरी होगी।
:परन्तु जब पराजय हुई तो उन्होंने अपनी धारणा बदल दी और कहा कि ब्रेग्ज़िट एक मौका है।
:कई बार विवादों में भी रही।
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