सन्दर्भ:
: हाल ही में, भारतीय नौसेना पोत INS सह्याद्री ने JAIMEX-25 (जापान भारत समुद्री अभ्यास) के समुद्री चरण में भाग लिया।
JAIMEX-25 के बारें में:
: यह भारत और जापान के बीच एक समुद्री अभ्यास है।
: इसका उद्देश्य- यह भारत और जापान के बीच 2014 में स्थापित ‘विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी’ के आधार पर दोनों नौसेनाओं के बीच मज़बूत और तेज़ी से बढ़ते संबंधों को रेखांकित करता है।
: यह साझेदारी हिंद-प्रशांत समुद्री क्षेत्र में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण स्तंभ है।
: इसके दो चरण शामिल थे:-
- समुद्री चरण में उन्नत पनडुब्बी रोधी युद्ध और मिसाइल रक्षा अभ्यास, उड़ान संचालन और चल रहे पुनःपूर्ति द्वारा अंतर-संचालन क्षमता को बढ़ाना शामिल था।
- योकोसुका में बंदरगाह चरण में कई पेशेवर और सांस्कृतिक आदान-प्रदान, क्रॉस-डेक दौरे, सहयोगात्मक परिचालन योजना, सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान शामिल है।
: इसका महत्व- भारतीय नौसेना और जेएमएसडीएफ एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र के साझा दृष्टिकोण के साथ इस बढ़ती साझेदारी में सबसे आगे रहे हैं।
: भारत और जापान के बीच अन्य द्विपक्षीय अभ्यास मालाबार अभ्यास (नौसेना अभ्यास), ‘वीर गार्जियन‘ (वायु सेना), और धर्म गार्जियन (थल सेना)।
: INS सह्याद्रि:-
- यह स्वदेश निर्मित शिवालिक श्रेणी का गाइडेड मिसाइल स्टील्थ फ्रिगेट है।
- इसे स्वदेश में ही डिज़ाइन, निर्मित और 2012 में कमीशन किया गया था।
- यह जहाज बराक-1 और श्टिल-1 3S90M मिसाइलों, ब्रह्मोस एंटी-शिप मिसाइलों और एंटी-सबमरीन रॉकेट लॉन्चरों को ले जाने में सक्षम है।
- इस बहु-भूमिका वाले स्टील्थ फ्रिगेट ने विभिन्न परिचालन तैनाती, द्विपक्षीय और बहुपक्षीय अभ्यासों में भाग लिया है।
