सन्दर्भ:
: इनलैंड वॉटरवेज़ अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (IWAI) ने हाल ही में नॉर्थईस्ट में कार्गो मूवमेंट, पैसेंजर ट्रांसपोर्ट और नदी-आधारित टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए लगभग ₹3,000 करोड़ के कई बड़े एग्रीमेंट पर साइन किए हैं।
IWAI के बारे में:
- यह इनलैंड वॉटरवेज़ अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया एक्ट (IWAI), 1985 के तहत बनी एक कानूनी संस्था है।
- यह शिपिंग और नेविगेशन के लिए इनलैंड वॉटरवेज़ के डेवलपमेंट और रेगुलेशन के लिए 27 अक्टूबर 1986 को बनी थी।
- नोडल मिनिस्ट्री– मिनिस्ट्री ऑफ़ पोर्ट्स, शिपिंग और वॉटरवेज़।
- यह अथॉरिटी मुख्य रूप से मिनिस्ट्री ऑफ़ पोर्ट्स, शिपिंग और वॉटरवेज़ से मिली ग्रांट के ज़रिए नेशनल वॉटरवेज़ पर इनलैंड वॉटर ट्रांसपोर्ट (IWT) इंफ्रास्ट्रक्चर के डेवलपमेंट और मेंटेनेंस के प्रोजेक्ट्स पर काम करती है।
- यह टेक्नो-इकोनॉमिक फ़ीज़िबिलिटी स्टडीज़ भी करती है और दूसरे वॉटरवेज़ को नेशनल वॉटरवेज़ घोषित करने के लिए प्रपोज़ल तैयार करती है।
- यह IWT से जुड़े मामलों पर केंद्र सरकार को सलाह भी देती है और IWT सेक्टर के डेवलपमेंट में राज्यों की मदद करती है। हेडक्वार्टर: नोएडा, उत्तर प्रदेश
- अथॉरिटी के पटना, कोलकाता, गुवाहाटी और कोच्चि में रीजनल ऑफिस और इलाहाबाद, वाराणसी, फरक्का, साहिबगंज, हल्दिया, स्वरूपगंज, हेमनगर, डिब्रूगढ़, धुबरी, सिलचर, कोल्लम, भुवनेश्वर और विजयवाड़ा में सब-ऑफिस भी हैं।
