सन्दर्भ- केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासक के सलाहकार धर्म पाल ने चंडीगढ़ में एकीकृत सड़क दुर्घटना डेटाबेस (iRAD – Integrated Road Accident Database) परियोजना का शुभारंभ किया।
iRAD के बारे में:
:यह देश में सड़क सुरक्षा में सुधार के उद्देश्य से सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) की एक पहल है।
:इसके पीछे मुख्य विचार विभिन्न विभागों/हितधारकों द्वारा दुर्घटना संबंधी सभी डेटा को होस्ट और एक्सेस करने के लिए एक केंद्रीकृत दुर्घटना डेटाबेस बनाना है।
:iRAD एप्लिकेशन को पूरे भारत में दुर्घटना संभावित क्षेत्रों के बारे में प्रासंगिक विवरण प्राप्त करने के लिए उपयोग किया जाता है।
:विवरण में सड़क दुर्घटनाओं के कारण, सड़क इंजीनियरिंग की चूक, व्यक्तियों की ओर से लापरवाही, दुर्घटनाओं में पैटर्न और दुर्घटनाओं की संख्या को कम करने की रणनीति बनाना शामिल है।
:iRAD को 2019 में प्रस्तावित किया गया था लेकिन कोविड -19 के कारण कार्यान्वयन कार्य स्थगित कर दिया गया था।
:इस साल फरवरी में,मध्य प्रदेश,महाराष्ट्र,कर्नाटक,राजस्थान,तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश सहित छह राज्यों के कम से कम 59 जिलों में iRAD का बीटा संस्करण लॉन्च किया गया था।
:iRAD के साथ,दुर्घटना स्थल पर जाने वाला कोई भी जांच अधिकारी ऐप में सभी विवरण दर्ज करेगा,जैसे दुर्घटना का दिन और समय, टक्कर का प्रकार, घातक/गैर घातक,मौसम की स्थिति आदि।
:डेटा का उपयोग सभी संबंधित विभागों द्वारा दुर्घटनाओं के कारणों का विश्लेषण करने और ब्लैकस्पॉट की पहचान और सुधार, इंजीनियरिंग हस्तक्षेप आदि जैसी रणनीतियों के निर्माण के लिए किया जाएगा।