Thu. Mar 28th, 2024
शेयर करें

INS खुकरी 32 साल सेवा के बाद सेवामुक्त

सन्दर्भ-भारत की पहली स्वदेशी मिसाइल कार्वेट INS खुकरी(P49) 24 दिसंबर 2021 को डीकमीशन अर्थात सेवामुक्त कर दिया गया है।
प्रमुख तथ्य-:सेवामुक्त समारोह के दौरान डीकमीशनिंग पेनेंट कोष और नौसैनिक ध्वज,राष्ट्रीय ध्वज को सूर्यास्त के समय उतारा गया।
:इसका विदाई समारोह आँध्रप्रदेश के विशाखापत्तनम में आयोजित किया गया।
:इसने पश्चिमी और पूर्वी बेड़े के एक भाग के रूप में अपनी सेवाएं दी है,साथ ही दुनिया के 30 चक्कर भी लगाया था।
:यह भारतीय सेना के गोरखा ब्रिगेड से सम्बंधित था।
:इसका निर्माण 23 अगस्त 1989 को मझगांव डॉक शिपबिलडर्स ने किया था।
:इस जहाज की कमान 28 कमांडिंग ऑफिसरों ने संभाली थी तथा जहाज ने कुल 644897 समुद्री मील की दूरी तय की है।
:INS खुकरी (P49) का नाम INS खुकरी (F149) के नाम पर रखा गया था।
:INS खुकरी (F149) टाइप 14 फ्रिगेट थी जिसको 1971 के भारत पाक युद्ध के दौरान पाकिस्तान की डाफ्ने श्रेणी की पनडुब्बी हैंगर द्वारा दीव(गुजरात) के तट पर डुबों दिया गया था।
:यह (INS खुकरी (F149)द्वितीय विश्व युद्ध के बाद किसी पनडुब्बी द्वारा डुबाया गया पहला युद्धपोत था।
:यह (INS खुकरी (F149)भारतीय नौसेना का एकमात्र युद्धपोत है जो युद्ध में खो गया था।
:कार्वेट जहाज एक छोटा युद्धपोत होता है जिसका प्रयोग तटीय गश्ती जहाज,मिसाइल नाव और तेज हमले वाले जहाज के रूप में किया जाता है।
:ऐसे जहाजों की तैनाती उन इलाकों में होती है जहां समुद्री घुसपैठ का खतरा अधिक होता है।


शेयर करें

By gkvidya

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *