सन्दर्भ:
:नागरिक उड्डयन मंत्रालय की सलाहकार समिति की बैठक 18th जुलाई 2022 को नई दिल्ली में आयोजित हुई,जिसमे चर्चा का विषय “डिजी यात्रा” DIGI YATRA चर्चा का विषय था।
DIGI YATRA प्रमुख तथ्य:
: DIGI YATRA की शुरुआत चेहरा पहचान प्रणाली (FRT) के आधार पर हवाई अड्डों पर यात्रियों की संपर्क रहित, निर्बाध प्रोसेसिंग को हासिल करने के लिए ये परियोजना सोची गई है।
:इस परियोजना का मूल विचार ये है कि कोई भी यात्री बिना किसी कागज़ के या बिना कोई संपर्क किए विभिन्न चेक पॉइंट से गुजर सके।
:इसके लिए उसके चेहरे के फीचर्स का इस्तेमाल किया जाएगा जिससे उसकी पहचान स्थापित होगी जो सीधे उसके बोर्डिंग पास से जुड़ी होगी।
:DIGI YATRA सिस्टम में गोपनीयता के मुद्दों का ध्यान रखा गया है।
:ये एक विकेन्द्रीकृत मोबाइल वॉलेट आधारित पहचान प्रबंधन प्लेटफॉर्म मुहैया करता है जो कि सस्ता भी है और DIGI YATRA के कार्यान्वयन में गोपनीयता/डेटा सुरक्षा मुद्दों को भी संबोधित करता है।
:पहले चरण में DIGI YATRA को अगस्त 2022 में वाराणसी और बेंगलुरु के दो हवाई अड्डों पर और अगले साल मार्च तक पुणे, विजयवाड़ा, कोलकाता, दिल्ली और हैदराबाद के पांच हवाई अड्डों पर शुरू करने का प्रस्ताव है।
:संशोधित डिजी यात्रा दिशा-निर्देशों की मंजूरी के बाद 18.04.2022 को डीजीसीए द्वारा एक एआईसी (वैमानिकी सूचना परिपत्र) प्रकाशित किया गया है।
:कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 8 के तहत 2019 में एक संयुक्त उद्यम कंपनी के तौर पर डिजी यात्रा फाउंडेशन (DYF) को स्थापित किया गया है।
डिजी यात्रा फाउंडेशन (DYF)
:इस फाउंडेशन को डिजी यात्रा सेंट्रल इकोसिस्टम (DYCE) निर्मित करने के मकसद से बनाया गया था।
:डिजी यात्रा फाउंडेशन दरअसल एक अखिल भारतीय इकाई और यात्री आईडी सत्यापन प्रक्रिया का संरक्षक होगा।
:ये भारत में विमानन हितधारकों के बीच आम सहमति भी विकसित करेगा।
:ये स्थानीय हवाई अड्डा प्रणालियों के अनुपालन और दिशा-निर्देशों के मानदंडों को भी परिभाषित करेगा।
:AAI उन हवाई अड्डों की पहचान करेगा जहां डिजी यात्रा को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा।