सन्दर्भ:
: सरकारी अधिकारियों ने हाल ही में बताया कि पूर्वोत्तर भारत में पहली बार त्रिपुरा ने भाषानी पहल (BHASHINI प्लेटफार्म) के तहत अत्याधुनिक टेक्स्ट-टू-स्पीच प्रौद्योगिकी को अपनाकर अधिक डिजिटल समावेशन के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता का बीड़ा उठाया है।
BHASHINI प्लेटफार्म के बारें में:
: BHASHINI, या भारत के लिए BHASHa इंटरफ़ेस, भारत का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)-आधारित भाषा अनुवाद प्लेटफ़ॉर्म है, जो भाषा की बाधाओं को तोड़ता है और विभिन्न भारतीय भाषाओं के बोलने वालों के बीच बातचीत को सक्षम बनाता है।
: इसका उद्देश्य- भारतीय भाषाओं में इंटरनेट की पहुँच और डिजिटल सेवाओं को बढ़ाना, आवाज़-आधारित कार्यों को शामिल करना और विविध भाषाओं में सामग्री निर्माण को बढ़ावा देना है।
: जुलाई 2022 में राष्ट्रीय भाषा अनुवाद मिशन (NLTM) के तहत लॉन्च किया गया, इसका लक्ष्य 22 अनुसूचित भारतीय भाषाओं में प्रौद्योगिकी अनुवाद सेवाएँ प्रदान करना है।
: साथ ही इसका लक्ष्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण (NLP) संसाधनों को सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध कराना है, जिसका उपयोग भारतीय MSME, स्टार्टअप और व्यक्तिगत इनोवेटर्स द्वारा किया जा सके।
: इसे डिजिटल इंडिया BHASHINI डिवीजन द्वारा कार्यान्वित किया जाता है, जो इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की धारा 8 कंपनी डिजिटल इंडिया कॉरपोरेशन के तहत एक डिवीजन है।
: प्लेटफ़ॉर्म समर्पित Android और iOS ऐप के माध्यम से सुलभ है, जो उपयोगकर्ता के अनुकूल अनुभव प्रदान करता है।
: इस ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म में एक अलग ‘भाषादान’ अनुभाग भी है जो व्यक्तियों को कई क्राउडसोर्सिंग पहलों में योगदान करने की अनुमति देता है।
