सन्दर्भ:
: कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) ने 100 कृषि-खाद्य स्टार्टअप्स को समर्थन देने तथा 2030 तक 50 बिलियन डॉलर के कृषि-खाद्य निर्यात का लक्ष्य रखने के लिए BHARATI पहल शुरू की है।
BHARATI पहल के बारे में:
: BHARATI का अर्थ है भारत का कृषि प्रौद्योगिकी, लचीलापन, उन्नति और निर्यात सक्षमता हेतु इनक्यूबेशन केंद्र।
: यह भारत के कृषि-खाद्य और कृषि-तकनीक पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक राष्ट्रीय स्टार्टअप-समर्थन और निर्यात-त्वरण मंच है।
: यह APEDA (कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण), वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की एक शाखा।
: खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा समर्थित और स्टार्टअप इंडिया एवं आत्मनिर्भर भारत के साथ संरेखित।
: इसका उद्देश्य:-
- 100 कृषि-खाद्य और कृषि-तकनीक स्टार्टअप्स को सशक्त बनाना।
- 2030 तक निर्यात को 50 अरब डॉलर तक बढ़ाना।
- कृषि-खाद्य उत्पादन, प्रसंस्करण, पैकेजिंग और लॉजिस्टिक्स में नवाचार को बढ़ावा देना।
: इसकी प्रमुख विशेषताएँ:-
- स्टार्टअप समूह: एपीडा की वेबसाइट के माध्यम से चुने गए 100 स्टार्टअप (सितंबर 2025 से शुरू)।
- त्वरण कार्यक्रम: उत्पाद विकास, निर्यात तैयारी, अनुपालन और बाज़ार पहुँच पर 3 महीने का प्रशिक्षण।
- नवाचार पर ध्यान: उच्च-मूल्य वाले जीआई उत्पाद, जैविक खाद्य पदार्थ, सुपरफूड, पशुधन उत्पाद, आयुष उत्पाद।
- प्रौद्योगिकी अपनाना: AI-आधारित गुणवत्ता जाँच, ब्लॉकचेन-सक्षम ट्रेसेबिलिटी, IoT-सक्षम कोल्ड चेन, कृषि-फ़िनटेक समाधान।
- समस्या समाधान: नाशवानता, अपव्यय, लॉजिस्टिक्स, पैकेजिंग और गुणवत्ता आश्वासन जैसी निर्यात चुनौतियों का समाधान।
- जागरूकता अभियान: स्टार्टअप और हितधारकों को आकर्षित करने के लिए राष्ट्रव्यापी पहुँच।
: इसका महत्व:-
- आर्थिक- भारत को वैश्विक कृषि-खाद्य निर्यात केंद्र के रूप में स्थापित करता है, जिससे 50 अरब डॉलर की व्यापार क्षमता का द्वार खुलता है।
- नवाचार- तकनीक-संचालित कृषि समाधानों को प्रोत्साहित करता है, लचीलापन और प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाता है।
- रोज़गार- खाद्य प्रसंस्करण, रसद, पैकेजिंग और मूल्य श्रृंखलाओं में रोज़गार सृजित करता है।