सन्दर्भ:
: हाल ही में, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे (IIT Bombay) के वैज्ञानिकों ने ‘एरोट्रैक’ (AroTrack) नामक एक जल-प्रदूषक का पता लगाने वाला उपकरण विकसित किया है।
AroTrack के बारे में:
: यह फिनोल या बेंजीन, ज़ाइलेनॉल जैसे हानिकारक सुगंधित ज़ेनोबायोटिक प्रदूषकों का सटीक रूप से पता लगाता है।
: यह पानी में कई सुगंधित प्रदूषकों की प्रभावी पहचान करने के लिए भारी प्रदूषित वातावरण में रहने वाले बैक्टीरिया में पाए जाने वाले प्रोटीन का उपयोग करता है।
: यदि नमूने में कोई सुगंधित यौगिक मौजूद है, तो यह प्रोटीन अत्यधिक चयनात्मक एटीपी हाइड्रोलिसिस रासायनिक प्रतिक्रिया से गुजरता है।
: यह प्रतिक्रिया प्रोटीन समाधान के रंग में परिवर्तन के साथ व्यक्त की जाती है, जिसे एरोट्रैक तब पता लगा सकता है।
: AroTrack में एक प्रकाश उत्सर्जक डायोड (LED)-फोटोट्रांजिस्टर असेंबली होती है जो नमूने के माध्यम से उपयुक्त तरंग दैर्ध्य का प्रकाश चमकाती है और यह पता लगाती है कि कितना अवशोषित हुआ है।
: डिवाइस का मुख्य घटक MopR नामक एक बायोसेंसिंग मॉड्यूल है – फिनोल का पता लगाने के लिए एक संवेदनशील सेंसर।
: AroTrack ने 50 डिग्री सेल्सियस तक के पानी के तापमान में भी मज़बूती से काम किया और 30 मिनट से भी कम समय में परीक्षण पूरा कर लिया।
: इसका महत्व- इसकी कम लागत, बैटरी चालित प्रकृति और पोर्टेबिलिटी ग्रामीण और निम्न आय वाले क्षेत्रों के लिए आदर्श हो सकती है, जहां अक्सर संसाधनों की कमी होती है और महंगे प्रयोगशाला परीक्षणों तक पहुंच में कठिनाई होती है।