सन्दर्भ:
: शिक्षा मंत्रालय ने घोषणा की है कि शैक्षणिक वर्ष 2026-27 से कक्षा 3 से आगे के सभी स्कूलों में AI और CT पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा।
AI और CT पाठ्यक्रम के बारे में:
- भारत के सभी बोर्डों और स्कूलों में कक्षा 3 से आगे की औपचारिक स्कूली शिक्षा प्रणाली में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और कम्प्यूटेशनल थिंकिंग (CT) पर एक संरचित पाठ्यक्रम को एकीकृत किया जाएगा।
- इसका उद्देश्य:-
- छात्रों को तार्किक तर्क, समस्या-समाधान, डेटा साक्षरता और प्रौद्योगिकी के ज़िम्मेदार उपयोग जैसे 21वीं सदी के कौशल से लैस करना।
- “सार्वजनिक हित के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता” को बढ़ावा देना और सामाजिक एवं नैतिक जागरूकता से जुड़े नवाचार को बढ़ावा देना।
- मुख्य विशेषताएँ:-
- NEP 2020 और NCF-SE 2023 के साथ संरेखण: लचीलेपन, समावेशिता और प्रासंगिक शिक्षण पर ध्यान केंद्रित।
- 2026-27 से कार्यान्वयन: भारत के सभी स्कूलों में चरणबद्ध तरीके से लागू।
- शिक्षक तैयारी: निष्ठा मॉड्यूल और वीडियो-आधारित शिक्षण उपकरणों के माध्यम से प्रशिक्षण।
- “द वर्ल्ड अराउंड अस” (TWAU) के साथ एकीकरण: AI शिक्षण को वास्तविक दुनिया के संदर्भों से जोड़ता है।
- इसका महत्व:-
- छात्रों में प्रारंभिक डिजिटल और नैतिक साक्षरता का निर्माण करता है।
- भारत को वैश्विक एआई रुझानों के अनुरूप डिजिटल रूप से सक्षम कार्यबल बनाने के लिए तैयार करता है।
- राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के अनुरूप समावेशी, ज़िम्मेदार नवाचार को प्रोत्साहित करता है।
