सन्दर्भ:
: फिल्म आरआरआर के सर्वश्रेष्ठ मूल गीत ‘नाटू नाटू’ को गोल्डन ग्लोब पुरस्कार प्रदान किया गया।
गीत ‘नाटू नाटू’ से जुड़े प्रमुख तथ्य:
: यह गीत एसएस राजमौली की फिल्म आरआरआर में जूनियर एनटीआर, और राम चरण पर फिल्माया गया है।
: ‘नाटू नाटू’ गाने को तेलुगु के मशहूर गीतकार और सिंगर कनुकुंतला सुभाष चंद्रबोस ने लिखा है।
: गीतकार चंद्रबोस को दो राज्य नंदी पुरस्कार, दो फिल्मफेयर पुरस्कार और दो SIIMA पुरस्कार मिल चुके हैं।
: इन्होने 850 से ज्यादा फिल्मों के लिए करीब 3600 गाने लिखे हैं।
: ‘नाटू नाटू’ गाने को राहुल सिपलीगंज और काल भैरवा ने मिलकर गाया है।
: इसी गाने के तमिल वर्जन को ‘नाटू कोथू’, कन्नड़ में ‘हल्ली नाटू’, मलयालम में ‘करिनथोल’ और हिंदी वर्जन में ‘नाचो नाचो’ के नाम से रिलीज किया गया।
: नाटू-नाटू गाने को एम एम (कोडुरी मराकथामनी) कीरावानी ने कंपोज किया है।
: नाटू-नाटू गाने की कोरियाग्राफी प्रेम रक्षित ने की है।
: नाटू-नाटू गाने को शूट करने में 20 दिन लगे थे और 43 रीटेक्स में शूटिंग कंपलीट हुई थी।
: नाटू-नाटू गाने को मरिंस्की पैलेस (यूक्रेन का प्रेसिडेंशियल पैलेस) में शूट किया गया था।
: फरवरी 2022 तक इस गाने को सभी भाषाओं में 200 मिलियन से ज्यादा बार देखा गया है।
: नाटू-नाटू गाने के रिलीज होने के महज 24 घंटों के भीतर इसके तेलुगु वर्जन को 17 मिलियन से ज्यादा बार देखा गया था।
: 80वें गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड समारोह में यह उपलब्धि हासिल करके इस फिल्म ने पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन कर दिया है।
: RRR फिल्म ऑस्कर की रेस में भी शामिल है और साथ ही दो अन्य फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ और ‘कांतारा’ भी इस रेस में है।
गोल्डन ग्लोब पुरस्कार के बारें में:
: गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड को हर वर्ष जनवरी में दिया जाता है।
: इसे हार्वर्ड फारेन प्रेस एसोसिएशन की ओर से प्रत्येक वर्ष दिया जाता है।
: इसकी शुरुआत सर्वप्रथम जनवरी 1944 में लॉस एंजिल्स में की गई थी।
: यह ऑस्कर अवार्ड के बाद मनोरंजन और फिल्म जगत का सबसे बड़ा अवार्ड है।
: इसका मुख्य उद्देश्य फिल्म-मनोरंजन जगत में उत्कृष्ट सेवा करने वाले को सम्मान करना है।
: यह पुरस्कार 90 अंतराष्ट्रीय पत्रकारों के मतों के आधार पर दिया जाता है।
: गोल्डन ग्लोब पुरस्कार की पात्रता अवधी कैलेंडर वर्ष 1 जनवरी से 31 दिसंबर के बीच होती है।
: भारत में पहली फिल्म थी दो आंखें बारह हाथ जो 1959 में आई थी जिसके निर्माता, निर्देशक वी शांताराम थे मिला।
: इस फिल्म को सैम्युअल गोल्डमाइन इंटरनेशनल अवार्ड से नवाजा गया था।
: उसके बाद सन 1983 में आई फिल्म गांधी को यह पुरस्कार मिला जिसे रिचर्ड एटनबरो ने डायरेक्ट किया था।