सन्दर्भ:
: सीबीआई ने ऑनलाइन बाल यौन शोषण सामग्री के प्रसार का मुकाबला करने के लिए ऑपरेशन मेघ चक्र शुरू किया।
ऑपरेशन मेघ चक्र के बारें में:
: इस ऑपरेशन शुरुआत सीबीआई को न्यूजीलैंड में अधिकारियों से मिली जानकारी के आधार पर इंटरपोल की सिंगापुर विशेष इकाई से खुफिया जानकारी मिलने के बाद किया गया था।
: ऑपरेशन मेघ चक्र को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 24 सितंबर, 2022 को बाल यौन शोषण सामग्री (CSAM) के प्रसार और साझा करने के खिलाफ एक राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत भारत में 56 स्थानों पर खोज करने के लिए किया।
: तलाशी हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, कर्नाटक, तेलंगाना, तमिलनाडु और अन्य में की गई।
: सीबीआई ने दो मामलों में आरोप लगाया है कि बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक क्लाउड-आधारित स्टोरेज का उपयोग करके सीएसएएम के ऑनलाइन सर्कुलेशन, डाउनलोडिंग और ट्रांसमिशन में शामिल हैं।
: छापेमारी में संदिग्धों के मोबाइल फोन और लैपटॉप जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त कर लिए गए है: ।
: इन छापेमारी में भारी मात्रा में चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़ी सामग्री बरामद हुई है।
: 50 संदिग्धों से बाल पीड़ितों और दुर्व्यवहार करने वालों की पहचान के बारे में पूछताछ की जा रही है।
: सीबीआई ने पिछले वर्ष भी ऑपरेशन कार्बन कोड नाम के तहत इसी तरह की अभियान शुरू की थी।
: इसके अंतर्गत 13 राज्यों और 1 केंद्र शासित प्रदेश में में 76 स्थानों पर छापे मारे गए और सीबीआई ने 80 से अधिक लोगों से जुड़े 24 मामले दर्ज किए।
: संदिग्धों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामले दर्ज किए गए थे।
: इस ऑपरेशन के तहत जांच के आधार पर, सीबीआई ने देशों से पारस्परिक कानूनी सहायता संधियों (एमएलएटी) के तहत इन सिंडिकेट के बारे में जानकारी साझा करने और इकट्ठा करने का आग्रह किया है।
: विभिन्न देशों के संदिग्धों में भारतीय नागरिकों के अलावा यूएस,यूके,कनाडा, बांग्लादेश, श्रीलंका,सऊदी अरब,पाकिस्तान, नाइजीरिया, अजरबैजान, आदि देशों के व्यक्ति भी शामिल हैं।