सन्दर्भ:
:प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने चार जनजातियों को अनुसूचित जनजातियों की सूची में शामिल करने को मंजूरी दे दी है।
जनजातियों में शामिल हैं:
बिंझिया (छ.ग.)
नारिकोरावर (तमिलनाडु की पहाड़ी जनजाति)
कुरुविकरण (तमिलनाडु की पहाड़ी जनजाति)
हट्टी जनजाति (हिमाचल प्रदेश में सिरमौर जिले का ट्रांस-गिरी क्षेत्र)
गोंड जनजातियों की सूची में शामिल:
: कैबिनेट ने उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में रहने वाले गोंड समुदाय को अनुसूचित जाति सूची से एसटी सूची के तहत लाने की मंजूरी दी।
:गोंड समुदाय की पाँच उपश्रेणियाँ: धुरिया,नायक,ओझा,पथरी,राजगोंडी।
जनजातियों को एसटी सूची में शामिल करने की प्रक्रिया:
:संबंधित राज्य सरकारों द्वारा सिफारिश की जाती है।
:फिर उन्हें जनजातीय मामलों के मंत्रालय को भेजा जाता है, जो समीक्षा करता है और उन्हें भारत के महापंजीयक (Registrar General Of India ) को अनुमोदन के लिए भेजता है।
:इसके बाद राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की मंजूरी लेनी होती है:
:अंतिम निर्णय के लिए सूची कैबिनेट को भेजी जाती है।