सन्दर्भ:
:हैदराबाद, तेलंगाना में इंडस इंटरनेशनल स्कूल ने छात्रों को पढ़ाने के लिए भारत का पहला Teaching robot Eagle पेश किया।
प्रमुख तथ्य:
:स्कूल द्वारा विकसित ये ह्यूमनॉइड रोबोट शिक्षकों को पढ़ाने में मदद करेंगे।
:इसे इंडस ट्रस्ट द्वारा पेश किया गया था, जो हैदराबाद, बेंगलुरु, पुणे और बेलगावी में इंडस इंटरनेशनल स्कूलों का एक नेटवर्क चलाता है।
:स्कूल ने हैदराबाद, बेंगलुरु और पुणे में स्थित अपनी शाखाओं में कुल 21 शिक्षण रोबोट तैनात किए।
:बच्चे मोबाइल और लैपटॉप जैसे उपकरणों के माध्यम से रोबोट के आकलन और सामग्री से जुड़ सकते हैं।
Teaching robot Eagle के बारे में:
: Teaching robot Eagle कक्षा V से XI तक के छात्रों को पढ़ाने में सक्षम हैं। ये रोबोट शिक्षकों की सहायता करेंगे और छात्रों को स्टैंडअलोन मोड में भी पढ़ाएंगे।
:इन रोबोटों को भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, भूगोल और इतिहास के शिक्षक सहायक के रूप में पेश किया गया था और ये शिक्षकों के साथ मिलकर पाठ देने में काम करेंगे।
:वे छात्रों को 30 अलग-अलग भाषाओं में पढ़ाने और एनालिटिक्स का उपयोग करके कक्षा के अंत में उन तक पहुंचने में सक्षम हैं।
:उन्हें छात्रों की शंकाओं को दूर करने और मोबाइल फोन या लैपटॉप पर सामग्री प्रदान करने के लिए भी प्रोग्राम किया जाता है।
:रोबोट दो साल की अवधि में आईआईटी के इंजीनियरों, सामग्री डेवलपर्स और अनुभवी शिक्षकों की एक इन-हाउस टीम द्वारा विकसित किए गए हैं।