सन्दर्भ:
:भारत ने 23 जून 2022 को ओडिशा तट से भारतीय नौसेना के जहाज से VL-SRSAM मिसाइल का सफल परीक्षण किया।
प्रमुख तथ्य:
:चांदीपुर के तट से वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल (VL-SRSAM) का सफल परीक्षण किया गया।
:इस VL-SRSAM मिसाइल का रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और भारतीय नौसेना द्वारा सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया गया।
:परीक्षण प्रक्षेपण की निगरानी DRDO और भारतीय नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने की।
:VL-SRSAM,एक जहाज से चलने वाली हथियार प्रणाली है,जो समुद्री-स्किमिंग लक्ष्यों सहित निकट सीमा पर विभिन्न हवाई खतरों को बेअसर करने के लिए है।
:इसका वजन 154 किलोग्राम है और ये करीब 12.6 फीट लंबी है,VL-SRSAM मिसाइल की मारक क्षमता 25 से 30 किलोमीटर है।
:यह 360 डिग्री में कहीं भी घूमकर दुश्मनों पर प्रहार कर सकती है।
:सिस्टम का आज का प्रक्षेपण एक उच्च गति वाले हवाई लक्ष्य की नकल करने वाले विमान के खिलाफ किया गया था,जो सफलतापूर्वक लगा हुआ था।
:ITR,चांदीपुर द्वारा तैनात कई ट्रैकिंग उपकरणों का उपयोग करके स्वास्थ्य मापदंडों के साथ वाहन के उड़ान पथ की निगरानी की गई।
:यह हवाई खतरों के खिलाफ भारतीय नौसेना के जहाजों की रक्षा क्षमता को और बढ़ाएगा।
:नौसेना प्रमुख,एडमिरल आर हरि कुमार ने वीएल-एसआरएसएएम के सफल उड़ान परीक्षण पर कहा कि इस स्वदेशी मिसाइल प्रणाली के विकास से भारतीय नौसेना की रक्षात्मक क्षमताओं को और मजबूती मिलेगी।
:सचिव,DDR&D और अध्यक्ष DRDO,डॉ जी सतीश रेड्डी ने सफल उड़ान परीक्षण पर कहा कि इस परीक्षण ने भारतीय नौसेना के जहाजों पर स्वदेशी हथियार प्रणाली के एकीकरण को साबित कर दिया है।
:यह भारतीय नौसेना के लिए एक बल गुणक साबित होगा और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मानिर्भर भारत के दृष्टिकोण की दिशा में एक और मील का पत्थर है।