
सन्दर्भ-भारत की महान गायिका,भारतरत्न लता मंगेशकर का आज 92 वर्ष की उम्र में मुंबई में निधन हो गया।
:जनवरी में कोरोना के बाद से ही आईसीयू में भर्ती थीं लता जी।
प्रमुख तथ्य-केंद्र सरकार ने 6 व 7 फरवरी को राष्ट्रीय शोक घोषित किया है।
:गोवा सरकार ने भी तीन दिन 6 फरवरी से 9 फरवरी का राजकीय शोक का एलान किया है।
:मुंबई के शिवाजी पार्क में लता जी का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
:भारत की नाइटिंगेल’ के नाम से दुनियाभर में मशहूर लता जी ने करीब पांच दशक तक फीमेल प्लेबैक सिंगिंग में एकछत्र राज किया।
:28 सितम्बर 1929 में लता मंगेशकर का जन्म हुआ था।
:इनके पिता का नाम दीनानाथ मंगेशकर एक मराठी और कोंकणी संगीतकार,और माता का शेवंती/शुधामती था।
:काम उम्र में पिता की मृत्यु के बाद नवयुग चित्रपट फिल्म कंपनी के मालिक और मंगेशकर परिवार के करीबी दोस्त मास्टर विनायक ने उनकी देखभाल की, उन्होंने लता को एक गायक और अभिनेत्री के रूप में अपना करियर शुरू करने में मदद की।
:लता जी ने 1942 में महज 13 साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत की थी।
:अपना पहला गाना मराठी फिल्म ‘किती हसाल’ 1942 में गाया था।
:1940 के दशक में पार्श्व गायन की शुरुआत करने वाली लता जी को पहचान दिलाने वाली पहली प्रमुख फिल्म “महल” थी जिसका यादगार गीत “आयेगा आनेवाला” आज भी श्रोताओं द्वारा गाया और याद किया जाता है।
:उन्होंने कई भारतीय भाषाओं में अब तक 30 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं।
:लता जी ने मुख्य रूप से हिंदी और मराठी के अलावा छत्तीस से अधिक भारतीय भाषाओं और कुछ विदेशी भाषाओं में गाने रिकॉर्ड किए थे।
:उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा जा चुका है,एम एएस सुब्बुलक्ष्मी के बाद दूसरी महिला गायिका।
:भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया है।
:लता जी को तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी मिल चूका है।
:उन्हें चार फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व पुरस्कार,दो फिल्मफेयर विशेष पुरस्कार,फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार,राजीव गाँधी पुरस्कार भी मिले है।
:फ़्रांस ने उन्हें 2007 में अपने सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, नेशनल ऑर्डर ऑफ़ द लीजन ऑफ़ ऑनर के अधिकारी से सम्मानित किया।
:लता ही एकमात्र ऐसी जीवित व्यक्ति थी जिनके नाम से पुरस्कार दिए जाते हैं।
:लता मंगेशकर के गाए सबसे लोकप्रिय गीतों में से एक है ‘ऐ मेरे वतन के लोगो…’कवि प्रदीप द्वारा लिखा गया था।
:इस गीत को पहली प्रस्तुति दिल्ली में 1963 में गणतंत्र दिवस समारोह पर हुई।
:1974 में, वह लंदन के रॉयल अल्बर्ट हॉल में प्रदर्शन करने वाली पहली भारतीय बनीं।
:राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रिय भजन “वैष्णव जन…” को स्वर दे कर उन्होंने भजन में निहित भक्ति भावना को अद्भुत अभिव्यक्ति दी।