सन्दर्भ-वैश्विक शांति और सतत विकास की प्राप्ति हेतु शिक्षा कि भूमिका के महत्त्व को बताने हेतु अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 24 जनवरी को मनाया जाता है।
उद्देश्य-इस दिन का उद्देश्य सभी के लिए मौलिक अधिकार का अहसास कराना है।
महत्त्व क्या है-सबसे महत्वपूर्ण बदलाओं को दिखाने का एक मंच है जिसे शिक्षा के सभी के मौलिक अधिकार को महसूस करने और अधिक टिकाऊ, समावेशी और शांतिपूर्ण भविष्य का निर्माण करने के लिए पोषित किया जाना है।
प्रमुख तथ्य-:यह चौथा अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस है जिसक थीम है-चेंजिंग कोर्स,ट्रांसफॉर्मिंग एजुकेशन है।
:यह दिवस शांति और विकास के लिए शिक्षा की भूमिका पर प्रकाश डालता है।
:3 दिसंबर 2018 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 24 जनवरी को अंतरराष्ट्रीय शिक्षा दिवस घोषित करने के लिए एक प्रस्ताव को अपनाया।
: ज्ञात हे कि मानव अधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा के अनुच्छेद 26 में शिक्षा का अधिकार निहित है।
:शिक्षा पर कुछ आंकड़े निम्नवत है-
:आज भी 258 मिलियन बच्चे स्कूल नहीं जाते है।
:लगभग चार मिलियन बच्चे और किशोर शरणार्थी स्कूल से वंचित है।
:617 मिलियन बच्चे और किशोर बुनियादी गणित भी हल नहीं कर सकते।
:उप सहारा अफ्रीका में 40% से भी कम लड़कियां निम्न माध्यमिक विद्यालय पूरा करती है।