सन्दर्भ-आज भारत हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी राष्ट्रीय बालिका दिवस मना रहा है।
उद्देश्य-इसका उद्देश्य सभी स्तरों पर पुरे देश में बाल लिंगानुपात के बारे में जागरूकता फैलाना,सुधार के लिए कार्य करना तथा बालिकाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देना।
प्रमुख तथ्य-इस दिन को मनाने की शुरुआत महिला बाल विकास मंत्रालय द्वारा वर्ष 24 जनवरी 2009 में हुई थी।
:इस दिवस को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी जी से जोड़ा जाता है क्योकि देश पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में 24 जनवरी 1966 को शपथ ली थी।
:इसलिए भारत के इतिहास और सशक्तिकरण में 24 जनवरी के दिन महत्वपूर्ण माना जाता है।
:केंद्र सरकार विभिन्न योजनाओं और पहलों के माध्यम से बालिकाओं के सशक्तिकरण के लिए कार्य करती है।
: इस दिन राज्य सरकारें भी जागरूकता के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करती है।
:हर वर्ष इस दिन की थीम अलग अलग होती है 2021 की थीम थी “डिजिटल जेनेरेशन,आवर जेनेरेशन”
:इस वर्ष की थीम अभी तय नहीं हो पायी है।
:इसी प्रकार 11 अक्टूबर को अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस भी मनाया जाता है।
:कनाडा की मंत्री रोना एम्ब्रोस की प्रस्ताव के बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 19 दिसंबर 2011 प्रस्ताव को पारित किया और पहली बार 11 अक्टूबर 2012 को मनाया गया।
मुख्य फोकस-भ्रूण हत्या रोकना,शिक्षा पर जोर देना,स्वास्थ्य पर ध्यान देना,उनको क़ानूनी अधिकारों की जानकारी देना।