सन्दर्भ:
: हाल ही में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि नौरादेही वन्यजीव अभयारण्य राज्य में चीतों का तीसरा घर बन जाएगा।
नौरादेही वन्यजीव अभयारण्य के बारे में:
: यह मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है।
: इसे 1975 में वन्यजीव अभयारण्य घोषित किया गया था।
: यह मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा वन्यजीव अभयारण्य है।
: यह पूरा अभयारण्य एक पठार पर स्थित है, जो ऊपरी विंध्य पर्वतमाला का एक भाग है।
: यह पन्ना बाघ अभयारण्य और सतपुड़ा बाघ अभयारण्य के लिए एक गलियारे के रूप में कार्य करता है, जबकि रानी दुर्गावती वन्यजीव अभयारण्य के माध्यम से बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य को अप्रत्यक्ष रूप से जोड़ता है।
: इसे दक्कन प्रायद्वीप जैव-भौगोलिक क्षेत्र के अंतर्गत वर्गीकृत किया गया है और यह गंगा और नर्मदा घाटियों का हिस्सा है।
: वनस्पतियों के प्रकार- इस अभयारण्य के वन प्रकार को उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती वन के रूप में वर्गीकृत किया गया है, जिसमें मध्य भारतीय मानसून वन शामिल हैं।
: जल निकासी- नौरादेही वन्यजीव अभयारण्य का तीन-चौथाई भाग यमुना [गंगा] बेसिन में और एक-चौथाई भाग नर्मदा बेसिन में पड़ता है।
: उत्तर की ओर बहने वाली कोपरा नदी, बामनेर नदी, बेरमा नदी, जो केन नदी की सहायक नदियाँ हैं, इस अभयारण्य की प्रमुख नदियाँ हैं।
: प्रमुख वनस्पति- सागौन, साजा, धौरा, भिर्रा, बेर, बेल, महुआ, तेंदू, गुंजा और आंवला आदि।
: प्रमुख जीव- बाघ, तेंदुआ, जंगली कुत्ता, नीलगाय, चिंकारा, चित्तीदार हिरण, सांभर आदि।
