Sun. Oct 12th, 2025
पर्यावरण निगरानीपर्यावरण निगरानी
शेयर करें

सन्दर्भ:

: ICMR ने भारत की रोग निगरानी प्रणाली का विस्तार करते हुए 50 भारतीय शहरों में 10 विषाणुओं के लिए अपशिष्ट जल निगरानी (पर्यावरण निगरानी) शुरू करने की योजना की घोषणा की।

पर्यावरण निगरानी के बारें में:

: पर्यावरणीय निगरानी, ​​मल, अपशिष्ट जल, मिट्टी और वायु जैसे पर्यावरणीय नमूनों में रोगजनकों (वायरस, बैक्टीरिया, परजीवी) की निगरानी है।
: यह समुदायों में छिपे और लक्षणहीन संक्रमणों की पहचान करके पारंपरिक नैदानिक ​​​​मामले का पता लगाने में सहायक है।
: यह कैसे काम करता है?

  • नमूना संग्रह: नमूने सीवेज संयंत्रों, अस्पतालों, हवाई अड्डों और सार्वजनिक स्थानों से लिए जाते हैं, जिससे सामुदायिक स्वास्थ्य संकेतकों का व्यापक कवरेज सुनिश्चित होता है।
  • रोगज़नक़ का पता लगाना: परीक्षण मल, मूत्र या श्वसन स्राव में मौजूद वायरस, बैक्टीरिया और परजीवियों की पहचान करते हैं, जिससे छिपे हुए संक्रमणों का पता चलता है।
  • जीनोम अनुक्रमण: संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण उत्परिवर्तन और उभरते हुए रूपों को ट्रैक करने में मदद करता है, जो महामारी की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण हैं।
  • समय के साथ तुलना: दैनिक रोगज़नक़ भार विश्लेषण प्रसार के रुझान प्रदान करता है, जिससे आबादी में बढ़ते संक्रमणों की अग्रिम सूचना मिलती है।

: इसकी विशेषताएँ:-

  • गैर-आक्रामक: व्यक्तियों का परीक्षण किए बिना पूरे समुदाय की निगरानी करता है, जिससे गोपनीयता और व्यापक समावेशिता सुनिश्चित होती है।
  • लागत-प्रभावी: एकल अपशिष्ट जल परीक्षण हजारों लोगों की स्वास्थ्य स्थिति को दर्शाता है, जिससे यह कम लागत वाला और मापनीय हो जाता है।
  • समय-संवेदनशील: नैदानिक ​​मामलों में वृद्धि से 7-10 दिन पहले संक्रमण में वृद्धि का पता लगाता है, जिससे शीघ्र हस्तक्षेप संभव होता है।
  • मापनीय: हैजा और पोलियो से लेकर COVID-19 तक कई बीमारियों पर लागू, निगरानी की पहुँच को बढ़ाता है।
  • तकनीक-सक्षम: AI/ML उपकरण पैटर्न का विश्लेषण करते हैं, और स्मार्ट सेंसर/खांसी-ऑडियो निगरानी अपशिष्ट जल से परे निगरानी का विस्तार करती है।

: इसका महत्व:-

  • पूर्व चेतावनी प्रणाली: सरकारों को स्वास्थ्य सेवा प्रतिक्रिया पहले से तैयार करने में सक्षम बनाती है।
  • बेहतर सार्वजनिक स्वास्थ्य योजना: टीकों, दवाओं और अस्पताल क्षमता के आवंटन में मदद करती है।

शेयर करें

By gkvidya

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *