सन्दर्भ:
: हाल ही में, गैया टेलीस्कोप (Gaia Telescope) से प्राप्त डेटा का उपयोग करके बनाया गया एक नया 3D मानचित्र, सूर्य से 4,000 प्रकाश वर्ष के भीतर सभी दिशाओं में तारकीय नर्सरी (तारा-निर्माण क्षेत्र) को दर्शाता है।
गैया मिशन के बारे में:
: पूरा नाम- मूल रूप से ग्लोबल एस्ट्रोमेट्रिक इंटरफेरोमीटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स (GAIA), जिसे अब गैया के रूप में सरलीकृत किया गया है।
: प्रक्षेपण वर्ष– 2013, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) द्वारा।
: इसका उद्देश्य- खगोलमिति (तारों की स्थिति, दूरी और गति का मापन) के माध्यम से आकाशगंगा का सबसे सटीक 3D मानचित्र बनाना।
: इसकी स्थिति- पृथ्वी से लगभग 50 लाख किलोमीटर दूर लैग्रेंज बिंदु 2 (L2) पर स्थित, जो एक स्थिर और अबाधित ब्रह्मांडीय दृश्य प्रदान करता है।
गैया टेलीस्कोप और नए विकास के बारें में:
: यह चमकते हाइड्रोजन गैस बादलों का सबसे विस्तृत चार्ट है, जो वैज्ञानिकों को तारों के निर्माण और अशांत अंतरतारकीय गैस की गतिशीलता को समझने में मदद करता है।
: यह अध्ययन गैया धूल मानचित्रों को 87 विशाल O-प्रकार के तारों के विकिरण प्रभाव के साथ एकीकृत करता है, जो हाइड्रोजन गैस को आयनित करने में सक्षम तीव्र पराबैंगनी प्रकाश उत्सर्जित करते हैं।
: परिणामी सिमुलेशन चमकते हाइड्रोजन बादलों को दर्शाता है, जो पुराने हाइड्रोजन उत्सर्जन मानचित्रों के साथ काफी मेल खाते हैं, लेकिन बहुत अधिक सटीकता के साथ।
संरचना और उपकरण के बारें में:
: जुड़वां दूरबीन- एक साथ दो दिशाओं से प्रकाश ग्रहण करता है।
: डिजिटल कैमरा- इसमें लगभग 1 अरब पिक्सेल होते हैं, जो इसे अंतरिक्ष में उड़ाया गया अब तक का सबसे बड़ा कैमरा बनाता है।
: तीन मुख्य उपकरण:-
- एस्ट्रोमीटर- खगोलीय पिंडों की सटीक स्थिति मापता है।
- फोटोमीटर- तारों की चमक और तापमान निर्धारित करता है।
- स्पेक्ट्रोमीटर- तारों की रासायनिक संरचना और रेडियल गति की पहचान करता है।