सन्दर्भ:
: भारत अपनी तीसरी परमाणु ऊर्जा चालित बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी (SSBN), INS अरिधमान के नौसेना में शामिल होने के साथ अपनी सामरिक रक्षा क्षमताओं को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाने के लिए तैयार है।
INS अरिधमान के बारे में:
: यह दूसरी अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बी है।
: यह भारत द्वारा निर्मित दूसरी परमाणु ऊर्जा चालित बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी (SSBN) है।
: इसका निर्माण विशाखापत्तनम स्थित जहाज निर्माण केंद्र में परमाणु पनडुब्बियों के निर्माण हेतु उन्नत प्रौद्योगिकी पोत (ATV) परियोजना के तहत किया जा रहा है।
: इसकी विशेषताएँ:-
- इसकी कुल लंबाई 112 मीटर (367 फीट), चौड़ाई 15 मीटर (49 फीट) और ड्राफ्ट 10 मीटर (33 फीट) होगा।
- इसमें अधिकारियों और नाविकों सहित लगभग 95 लोग शामिल हैं।
- 7,000 टन विस्थापन और 125 मीटर लंबाई के साथ, यह बड़ी संख्या में K-4 मिसाइलों को ले जाने में सक्षम है।
- अरिदमन में दो सोनार प्रणालियाँ – USHUS और पंचेंद्रिय का संयोजन होगा।
- USHUS किलो श्रेणी की पनडुब्बियों के लिए एक अत्याधुनिक सोनार प्रणाली है।
- पंचेन्द्रिय एक एकीकृत पनडुब्बी सोनार और सामरिक नियंत्रण प्रणाली है, जिसमें सभी प्रकार के सोनार (निष्क्रिय, निगरानी, रेंजिंग, अवरोधन और सक्रिय) शामिल हैं।
: इसमें एक पानी के नीचे संचार प्रणाली भी है।
: इसके पतवार में दो फ़्लैंक-ऐरे सोनार और राफेल ब्रॉडबैंड एक्सपेंडेबल एंटी-टारपीडो काउंटरमेशर्स लगे हैं।
