सन्दर्भ:
: हाल ही में गृह राज्य मंत्री ने राज्यसभा में MANAS हेल्पलाइन की सफलता की जानकारी दी।
MANAS हेल्पलाइन के बारें में:
: मादक-पदार्थ नि:शक्त अनुसंधान केंद्र (MANAS) हेल्पलाइन भारत सरकार द्वारा 18 जुलाई 2024 को शुरू की गई थी।
: इसका उद्देश्य- यह नागरिकों को नशीली दवाओं के खतरे से लड़ने में सशक्त बनाता है और नशीली दवाओं की तस्करी, अवैध खेती और संबंधित अपराधों की गुमनाम रिपोर्टिंग को सक्षम करने के लिए एक सुरक्षित, नागरिक-केंद्रित मंच के रूप में कार्य करता है।
: मानस हेल्पलाइन की विशेषताएँ:-
- यह परामर्श और पुनर्वास के लिए भी सहायता प्रदान करता है, जिससे नशीली दवाओं के खतरे से निपटने में नागरिकों की भागीदारी मजबूत होती है।
- इसे एक एकीकृत, सुरक्षित और द्विभाषी डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के रूप में विकसित किया गया है, मानस नागरिकों को नशीली दवाओं से संबंधित मुद्दों की रिपोर्ट करने और पुनर्वास संसाधनों तक पहुँचने के लिए एक सहज, गोपनीय और बहु-चैनल इंटरफ़ेस प्रदान करता है।
: नागरिक मानस हेल्पलाइन का उपयोग निम्नलिखित के लिए कर सकते हैं:-
- मादक पदार्थों की तस्करी, भंडारण, निर्माण या खेती से संबंधित किसी भी जानकारी की गुमनाम रूप से रिपोर्ट करें।
- सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय (MoSJE) हेल्पलाइन 14446 पर एकीकृत स्थानांतरण के माध्यम से परामर्श और पुनर्वास मार्गदर्शन प्राप्त करें।
- जन संपर्क के लिए MANAS वेब पोर्टल के माध्यम से जागरूकता संसाधनों (पोस्टर, वीडियो, ब्रोशर) तक पहुँच प्राप्त करें।
- MyGov प्लेटफॉर्म पर क्विज़, पोस्टर-मेकिंग और रील-मेकिंग प्रतियोगिताओं के माध्यम से जागरूकता गतिविधियों में भाग लें और नशा मुक्त भारत अभियान को बढ़ावा दें।
