सन्दर्भ-केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2020 की घोषणा की है।
प्रमुख तथ्य-:राष्ट्रीय जल पुरस्कार का यह तीसरा संस्करण है।
:पहली बार इस पुरस्कार की शुरुआत 2018 में जल मंत्रालय द्वारा किया गया था।
:इनकी स्थापना भारत सरकार के जल समृद्ध भारत विज़न को साकार के लिए की गयी थी।
:मंत्रालय ने अलग अलग वर्गों में कुल 57 पुरस्कार प्रदान किए।
क्यों दिए जाते है-:ये पुरस्कार जल प्रबन्धन देश के राज्यों,जिलों,व्यक्तियों संगठनों द्वारा किए गए सरहानीय कार्यों और प्रयासों को मान्यता देने और उनको प्रोत्साहित करने के लिए दिए जाते है।
:इन पुरस्कारों माध्यम से विभिन्न संगठनो को भारत में सर्वोत्तम जल संसाधन प्रबंधन की प्रथाओं पर नीति निर्माताओं के साथ विचार-विमर्श करने का अवसर दिया जाता है।
राष्ट्रीय जल पुरस्कार-2020 विजेता है-
राज्यों की श्रेणी में विजेता है:1-उत्तर प्रदेश 2-राजस्थान 3-तमिलनाडु
शहरी स्थानीय की श्रेणी में विजेता है -वापी शहरी स्थानीय निकाय,गुजरात
मीडिया के श्रेणी में विजेता है –नेटविर्क 18 “मिशन पानी” के लिए।
विद्यालय की श्रेणी में विजेता है-गवर्नमेंट गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल कावेरीपट्टीनम,तमिलनाडु।
एनजीओ श्रेणी में विजेता है-कोस्टल सालिनिटी प्रिवेंशन सेल,अहमदाबाद,गुजरात।
उद्योग श्रेणी(CSR) में विजेता है-ITC लिमिटेड,कोलकाता,वेस्ट बंगाल
जिलों की श्रेणी में विजेता रहे है –मुज़फ्फरनगर उत्तर प्रदेश उत्तरी जोन में,दक्षिण क्षेत्र केरल से तिरुवनंतपुरम,पश्चिम क्षेत्र मध्य प्रदेश से इंदौर,पूर्वी क्षेत्र बिहार से पूर्वी चम्पारण और उत्तर-पूर्व क्षेत्र असम से गोलपारा और अरुणाचल प्रदेश से सियांग।
सर्वश्रेष्ठ गावों की श्रेणी में विजेता रहे-पूर्व में बिहार से तिलारी गांव,पश्चिम में गुजरात के तख्तगढ़,उत्तर में उत्तराखंड के धसपड़,और पूर्वोत्तर में मिजोरम के सिल्चर सरचिप।
:धसपड़ गांव को इससे पहले भी 2012 में राष्ट्रीय भूमि जल संरक्षण पुरस्कार मिल चूका है।