सन्दर्भ:
: लद्दाख में आकाश प्राइम के परीक्षण के एक दिन बाद भारत ने चांदीपुर (ओडिशा) स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज से परमाणु क्षमता संपन्न कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (SRBM) अग्नि-I और पृथ्वी-II का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
SRBM अग्नि-I और पृथ्वी-II के बारे में:
: पृथ्वी-II और अग्नि-I कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें (SRBM) हैं जो भारत की परमाणु निरोध रणनीति की रीढ़ हैं।
: तकनीकी और परिचालन मापदंडों की पुष्टि के लिए सामरिक बल कमान की देखरेख में इनका परीक्षण किया गया।
: परीक्षण, एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR), चांदीपुर, ओडिशा में किया गया।
: इसे DSRD (रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन) द्वारा विकसित किया गया है।
: भारत के एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (IGMDP) के अंतर्गत।
: इनके उद्देश्य है:-
- भारत की परमाणु वितरण प्रणालियों की युद्ध तत्परता, निवारक विश्वसनीयता और तकनीकी सटीकता को प्रमाणित करना।
- भारत के सामरिक शस्त्रागार की द्वितीय-आक्रमण क्षमता और विश्वसनीयता को सुदृढ़ करना।
- मई 2025 के भारत-पाक संघर्ष के बाद परिचालन तत्परता को सुदृढ़ करना।
: अग्नि-I मिसाइल की विशेषताएँ:-
- रेंज: 700-900 किमी.
- पेलोड क्षमता: 1,000 किलोग्राम तक.
- वारहेड के प्रकार: पारंपरिक और परमाणु.
- सटीकता: परिष्कृत मार्गदर्शन प्रणालियों के साथ उच्च सटीकता
- आगमन: 2000 के दशक की शुरुआत से भारतीय सेना में तैनात
- भूमिका: भारत के न्यूनतम विश्वसनीय निवारण का महत्वपूर्ण हिस्सा
: पृथ्वी-II मिसाइल की विशेषताएँ:-
- रेंज: लगभग 350 किमी
- गति: मैक 1+
- पेलोड क्षमता: 500 किलोग्राम तक
- वारहेड प्रकार: पारंपरिक और परमाणु
- मार्गदर्शन: उच्च सटीकता के साथ उन्नत जड़त्वीय नेविगेशन
- प्लेटफ़ॉर्म: लचीली तैनाती के लिए सड़क-मोबाइल लॉन्चर