सन्दर्भ:
: हाल ही में यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में ‘भारत के मराठा सैन्य परिदृश्य’ को शामिल किया गया है।
भारत के मराठा सैन्य परिदृश्य के बारें में:
: ज्ञात हो कि अंकित धरोहर में 12 भव्य किले शामिल हैं- 11 महाराष्ट्र में और 1 तमिलनाडु में स्थित है।
: इस नामांकन के बारह घटक भाग हैं- महाराष्ट्र में सालहेर किला, शिवनेरी किला, लोहागढ़, खंडेरी किला, रायगढ़, राजगढ़, प्रतापगढ़, सुवर्णदुर्ग, पन्हाला किला, विजय दुर्ग, सिंधुदुर्ग और तमिलनाडु में जिंजी किला।
: भारत के मराठा सैन्य परिदृश्य 12 किलों और दुर्गों का एक नेटवर्क है जो 17वीं-19वीं शताब्दी में मराठा शासकों की असाधारण सैन्य प्रणाली एवं रणनीति का प्रतिनिधित्व करता है।
: मराठा साम्राज्य सुशासन, सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक गौरव और सामाजिक कल्याण पर जोर के साथ जोड़ते हैं।
: महाराष्ट्र में 390 से अधिक किले हैं जिनमें से केवल 12 किले ही भारत के मराठा सैन्य परिदृश्य के तहत चयनित हुए हैं।
: भारत के मराठा सैन्य परिदृश्य में सालहेर किला, शिवनेरी किला, लोहागढ़, रायगढ़, राजगढ़ और जिंजी किला पहाड़ी किले हैं, वहीं प्रतापगढ़ पहाड़ी-वन्य किला है एवं पन्हाला पहाड़ी-पठार किला है तथा विजयदुर्ग तटीय किला है जबकि खंडेरी किला, सुवर्णदुर्ग और सिंधुदुर्ग द्वीपीय किले हैंI
: मराठा सैन्य विचारधारा की शुरुआत 17वीं शताब्दी में मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज के शासनकाल के समय 1670 ई. में हुई और यह बाद के नियमों के अनुसार 1818 ई. तक चले पेशवा शासन तक जारी रही।