सन्दर्भ:
: अर्थशास्त्र और शांति संस्थान (IEP) ने वैश्विक शांति सूचकांक 2025 जारी किया है।
वैश्विक शांति सूचकांक के बारे में:
: यह सूचकांक वर्ष 2007 से अर्थशास्त्र और शांति संस्थान (IEP) द्वारा प्रकाशित किया जा रहा है।
: इसमें शामिल देश- यह सूचकांक 163 स्वतंत्र देशों और क्षेत्रों को उनके शांति स्तर के आधार पर रैंक करता है, जो दुनिया की 99.7% आबादी को कवर करता है।
: मुख्य संकेतक- यह 23 गुणात्मक और मात्रात्मक संकेतकों के माध्यम से तीन मुख्य क्षेत्रों में शांति के स्तर को मापता है-
- सामाजिक सुरक्षा और सुरक्षा
- घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय संघर्ष की तीव्रता
- सैन्यीकरण की स्थिति
वैश्विक शांति सूचकांक 2025 मुख्य निष्कर्ष:
: वर्ष 2025 में वैश्विक शांति में 0.36% की गिरावट दर्ज की गई है, जिसे द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ी गिरावट माना जा रहा है।
: 74 देशों में सुधार हुआ है जबकि 87 देशों में गिरावट आई है।
: यह दर्शाता है कि वैश्विक अस्थिरता लगातार बढ़ रही है।
: पिछले 17 वर्षों में देशों के स्कोर में औसतन 5.4% की गिरावट आई है, जो 2008 से वैश्विक शांति में लगातार गिरावट को दर्शाता है।
: 20 वर्षों में शांति असमानता में 11.7% की वृद्धि हुई है।
: भारत की रैंक 115वीं है, GPI स्कोर: 2.229,
: सुधार: पिछले वर्ष की तुलना में 0.58% सुधार
: पिछले वर्षों की रैंक:-
- 2024: 116वीं
- 2023: 126वीं
2025 के शीर्ष 10 सबसे शांतिपूर्ण देश:
- आइसलैंड (स्कोर: 1.095)
- आयरलैंड (स्कोर: 1.260)
- न्यूज़ीलैंड (स्कोर: 1.282)
- ऑस्ट्रिया (स्कोर: 1.294)
- स्विटज़रलैंड (स्कोर: 1.294)
- सिंगापुर (स्कोर: 1.357)
- पुर्तगाल (स्कोर: 1.371)
- डेनमार्क (स्कोर: 1.393)
- स्लोवेनिया (स्कोर: 1.409)
- फ़िनलैंड (स्कोर: 1.420)