सन्दर्भ:
: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट स्पाडेक्स मिशन (SpaDeX मिशन) के तहत दो उपग्रहों को सफलतापूर्वक अनडॉक करने का काम पूरा कर लिया है, जो भारत की अंतरिक्ष अन्वेषण यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
SpaDeX मिशन के बारें में:
: SpaDeX मिशन, PSLV द्वारा प्रक्षेपित दो छोटे अंतरिक्ष यानों का उपयोग करके अंतरिक्ष में डॉकिंग के प्रदर्शन के लिए एक लागत प्रभावी प्रौद्योगिकी प्रदर्शन मिशन है।
: स्पैडेक्स मिशन का प्राथमिक उद्देश्य दो छोटे अंतरिक्ष यानों (SDX01, जो कि चेज़र है, और SDX02, जो कि नाममात्र का लक्ष्य है) को पृथ्वी की निचली वृत्ताकार कक्षा में मिलन, डॉकिंग और अनडॉकिंग के लिए आवश्यक प्रौद्योगिकी का विकास और प्रदर्शन करना है।
: द्वितीयक उद्देश्यों में शामिल हैं-
- डॉक किए गए अंतरिक्ष यान के बीच विद्युत शक्ति के हस्तांतरण का प्रदर्शन, जो भविष्य के अनुप्रयोगों जैसे कि अंतरिक्ष रोबोटिक्स के लिए आवश्यक है।
- संयुक्त अंतरिक्ष यान नियंत्रण।
- अनडॉकिंग के बाद पेलोड संचालन।
: SpaDeX मिशन में दो छोटे अंतरिक्ष यान (प्रत्येक लगभग 220 किलोग्राम) शामिल हैं, जिन्हें PSLV-C60 द्वारा प्रक्षेपित किया गया है।
: हाल की घटनाएँ-
- हाल ही में SpaDeX उपग्रहों को सफलतापूर्वक डॉक किया गया।
- इसरो ने अब 13 मार्च, 2025 को पहले ही प्रयास में SpaDeX उपग्रहों को अनडॉक करने का महत्वपूर्ण कार्य पूरा कर लिया है।
- उपग्रहों को अनडॉक करने का कार्य 45 डिग्री झुकाव के साथ 460 किलोमीटर की वृत्ताकार कक्षा में किया गया।
- उपग्रह अब स्वतंत्र रूप से परिक्रमा कर रहे हैं और उनकी स्थिति सामान्य है।
- इसके साथ ही ISRO ने अब वृत्ताकार कक्षा में मिलन, डॉकिंग और अनडॉकिंग संचालन के लिए आवश्यक सभी क्षमताओं का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया है।
: इसका महत्व-
- इस उपलब्धि ने भारत को अमेरिका, रूस और चीन के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश बना दिया।
- SpaDeX मिशन अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत के भविष्य के प्रयासों के लिए एक कदम साबित होने की उम्मीद है, जिसमें पृथ्वी पर चंद्रमा से चट्टानें और मिट्टी लाना, प्रस्तावित भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन और चंद्रमा की सतह पर एक अंतरिक्ष यात्री को उतारना शामिल है।
