सन्दर्भ:
: चौथा ‘आतंकवाद के लिए धन नहीं’ (NMFT) सम्मेलन 2025 में म्यूनिख में आयोजित किया गया, जहां भारत ने आतंकवाद के वित्तपोषण के खिलाफ वैश्विक सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया।
NMFT उद्देश्य:
: आतंकवादी संगठनों के वित्तीय नेटवर्क को बाधित करना।
: वैश्विक वित्तीय निगरानी और विनियामक ढांचे को मजबूत करना।
: आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला करने में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को सुविधाजनक बनाना।
NMFT(No Money for Terror) के बारें में:
: आतंकवादी वित्तपोषण का मुकाबला करने के उद्देश्य से एक वैश्विक मंत्री स्तरीय पहल।
: आतंकवादी वित्तपोषण के खिलाफ खुफिया जानकारी साझा करने, कानूनी सहयोग और नीति निर्माण के लिए मंच।
: इसकी स्थापना- 2018, पहली बार पेरिस में आयोजित किया गया।
: नियंत्रण में- वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) और संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद निरोधी निकाय।
: इसके कार्य और विशेषताएँ-
- खुफिया जानकारी साझा करना: आतंकवाद से जुड़े वित्तीय लेनदेन पर वास्तविक समय के डेटा एक्सचेंज को बढ़ाता है।
- कानूनी सुधार और विनियमन: राष्ट्रों को आतंकवाद विरोधी कानूनों और वित्तीय ट्रैकिंग प्रणालियों को अपडेट करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
- डिजिटल लेनदेन की निगरानी: क्रिप्टोकरेंसी जोखिम, ऑनलाइन क्राउडफंडिंग और उभरते आतंकी वित्तपोषण तरीकों को संबोधित करता है।
- बैंकिंग और वित्तीय निगरानी को मजबूत करना: संदिग्ध लेनदेन का पता लगाने के लिए बैंकों, फिनटेक कंपनियों और वित्तीय खुफिया इकाइयों के साथ काम करता है।
- क्षमता निर्माण: प्रभावी आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए राष्ट्रों को प्रशिक्षण, तकनीकी विशेषज्ञता और संसाधन प्रदान करता है।