सन्दर्भ:
: केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने पूरे भारत में बंदरगाह संचालन को मानकीकृत और सुव्यवस्थित करने के लिए वन नेशन-वन पोर्ट पहल (ONOP पहल) का शुभारंभ किया।
इसके उद्देश्य है:
: बंदरगाह दस्तावेज़ीकरण और प्रक्रियाओं में विसंगतियों को दूर करना।
: देरी और अक्षमताओं को कम करके व्यापार करने में आसानी बढ़ाना।
: लॉजिस्टिक्स को मानकीकृत करके वैश्विक व्यापार प्रतिस्पर्धा में सुधार करना।
: कुशल बंदरगाह संचालन के माध्यम से कार्बन फुटप्रिंट को कम करना।
ONOP पहल के बारें में:
: यह एक राष्ट्रव्यापी बंदरगाह मानकीकरण पहल है, जिसका उद्देश्य भारत में बंदरगाह दस्तावेज़ीकरण को एकीकृत करना, परिचालन को सुव्यवस्थित करना तथा वैश्विक व्यापार दक्षता को बढ़ाना है।
: बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय (MoPSW) के तहत।
: इसकी मुख्य विशेषताएँ–
- मानकीकृत बंदरगाह प्रलेखन: कागजी कार्रवाई को कम करता है, कंटेनर संचालन दस्तावेजों को 33% (143 से 96) और बल्क कार्गो दस्तावेजों को 29% (150 से 106) तक कम करता है।
- सागर अंकलन एलपीपीआई सूचकांक: बंदरगाह प्रदर्शन को बेंचमार्क करने और परिचालन उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए पेश किया गया।
- डिजिटल व्यापार के साथ एकीकरण: एआई और ब्लॉकचेन-आधारित व्यापार सुविधा के लिए मैत्री पहल का समर्थन करता है।
- भारत पोर्ट्स ग्लोबल कंसोर्टियम: वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को मजबूत करता है और भारत के समुद्री पदचिह्न का विस्तार करता है।
- पीएम गति शक्ति और राष्ट्रीय रसद नीति के साथ संरेखित: निर्बाध रसद और व्यापार बुनियादी ढांचे के माध्यम से भारत की आर्थिक विकास रणनीति का समर्थन करता है।