Sat. Apr 19th, 2025
जोरावर लाइट टैंकजोरावर लाइट टैंक
शेयर करें

सन्दर्भ:

: हाल ही में रक्षा अधिकारियों ने कहा कि देश के स्वदेशी जोरावर लाइट टैंक (Zorawar Light Tank) का प्रोटोटाइप तैयार है और जल्द ही इसका व्यापक परीक्षण किया जाएगा।

जोरावर लाइट टैंक के बारे में:

: यह स्वदेशी रूप से डिज़ाइन और विकसित किया गया लाइट टैंक है।
: इसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने लीड इंटीग्रेटर के रूप में लार्सन एंड टुब्रो (L&T) के साथ मिलकर विकसित किया है।
: इसका नाम एक सैन्य जनरल ज़ोरावर सिंह कहलूरिया के नाम पर रखा गया था, जिन्होंने 19वीं शताब्दी में जम्मू के राजा गुलाब सिंह के अधीन काम किया था।
: विशेषताएं- इसका वजन अधिकतम 25 टन है, जो इस हल्के टैंक की एक प्रमुख आवश्यकता है जो यह सुनिश्चित करता है कि इसे हवा से ले जाया जा सकता है।
: यह टैंक ऊंचाई के उच्च कोणों पर फायर करने में सक्षम होगा और सीमित तोपखाने की भूमिका निभाएगा और एक चुस्त हथियार मंच है।
: इसे अलग-अलग इलाकों में संचालित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों और सीमांत इलाकों से लेकर द्वीप क्षेत्रों तक।
: यह सभी आधुनिक तकनीकों से लैस होगा, जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ड्रोन इंटीग्रेशन, उच्च स्तर की स्थितिजन्य जागरूकता और उभयचर संचालन क्षमता।
: इस टैंक के बारे में खास बात इसका वजन है और साथ ही एक टैंक के मूलभूत मापदंडों का संयोजन है, जो कि आग, शक्ति, गतिशीलता और सुरक्षा है।
: तीनों को इस तरह से अनुकूलित किया गया है कि वजन भी बना रहे।
: सभी परीक्षणों के बाद इसे वर्ष 2027 तक भारतीय सेना में शामिल किए जाने की उम्मीद है।


शेयर करें

By gkvidya

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *