संदर्भ:
: मध्यप्रदेश की महिलाओं ने ‘सेफ टूरिस्ट प्लेसेज प्रोजेक्ट’ के तहत बाग प्रिंट (बाग छाप) बैग बनाना सीखा।
मध्य प्रदेश के बाग प्रिंट:
: बाग प्रिंट का नाम बाग नदी के तट पर बसे गांव बाग से लिया गया है।
: बाग प्रिंट और उससे जुड़े बैग धार की पहचान के अहम हिस्से के तौर पर जाने जाते हैं।
: इस्तेमाल किया जाने वाला कपड़ा आमतौर पर सूती और रेशमी कपड़ा होता है।
: हालाँकि, यह कोसा रेशम, बांस की चूड़ियाँ, सूती गलीचे, शिफॉन, क्रेप, जॉर्जेट ऊतक, शहतूत रेशम आदि हो सकते हैं।
: इसे 1000 साल पुराना लकड़ी का हाथ-ब्लॉक प्रिंट माना जाता है और माना जाता है कि सिंधु घाटी के समय के आसपास खत्री समुदाय द्वारा शुरू किया गया था।
: यह हस्तकला शैली भौगोलिक रूप से टैग और पंजीकृत है।