सन्दर्भ:
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: विश्व के तमाम देश योग के महत्व को समझते हुए हर वर्ष 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) मना रहे है।
इस वर्ष का थीम है:
: “योग फॉर वसुधैव कुटुम्बकम”
: 2022 का थीम था – Yoga For Humanity है, जिसका अर्थ है मानवता के लिए योग।
21 जून को क्यों मनाया जाता है:
: 21 जून को उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है,जिसे ग्रीष्म संक्रांति भी कहते हैं,भारतीय परंपरा अनुसार सूर्य दक्षिणायन होता है जिससे आध्यात्मिक सिद्धियां प्राप्त करना फायदेमंद होता है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का महत्व:
: योग से मनुष्य का मन और आत्मा दोनों संतुलित रहती है।
: योग स्वस्थ शरीर और मन के लिए बहुत जरुरी है,क्योकि योग करने से मानव जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
: योग के ऐसे भी लाभ हैं जो किसी व्यक्ति को मानसिक शान्ति,लचीलापन और फिटनेस को बढ़ाकर तनाव से निपटने में मदद कर सकता हैं।
: योग विभिन्न आसन, प्राणायाम, ध्यान और धारणा के माध्यम से शरीर और मन को नियंत्रित, स्थिर करने के साथ शांति प्रदान करता है।
: इसलिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में योग को स्वास्थ्य, नैतिक मूल्यों, शारीरिक शिक्षा, मानसिक संतुलन तथा अध्यात्मिक विकास के पहलुओं के साथ जोड़कर बताया गया है।
: डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय भारत का पहला विश्वविद्यालय है, जिसने योगा को 1959 में स्नातक स्तर पर एक वैकल्पिक विषय के रुप में प्रारंभ किया।
योग क्या है:
: योग एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है जुड़ना।
: योग में 84 शास्त्रीय आसन है।
: यह भारत में उत्पन्न एक अभ्यास है जिससे शरीर और चेतना का एकीकरण किया जाता है।
: साथ ही यह ध्यान, आत्म-जागरूकता और करुणा को प्रोत्साहित करता है, सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देता है और दूसरों के साथ हमारे संबंधों को पोषण देता है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के बारें में:
: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का यह 9वां संस्करण है।
: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में दुनियाभर में योग दिवस को मनाने का आह्वान किया गया था।
: 2015 में पहली बार विश्व योग दिवस दुनिया भर में मनाया गया।