सन्दर्भ:
: आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2021 में लॉन्च होने के बाद से सुगम्य भारत ऐप (Sugamya Bharat App) के माध्यम से सुगम्यता से संबंधित 1,400 से अधिक शिकायतें दर्ज की गई हैं, जिनमें से लगभग 75 प्रतिशत का समाधान किया गया है।
इसका उद्देश्य है:
: सार्वजनिक स्थानों पर पहुंच से संबंधित मुद्दों/शिकायतों की पहचान करना (गूगल मैप्स के माध्यम से स्थान का स्थान कैप्चर करने की आवश्यकता है)।
: जियोटैग्ड चित्र अपलोड करना, यह समझना और पहचानना कि किस प्रकार के सार्वजनिक स्थान पर विकलांग लोगों के लिए पहुंच से संबंधित समस्याएं हैं।
सुगम्य भारत ऐप के बारे में:
: यह सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (DEPwD) की एक पहल है।
: दिव्यांगजनों और बुजुर्गों की सहायता के लिए बनाया गया सुगम्य भारत ऐप उपयोगकर्ताओं को सार्वजनिक बुनियादी ढांचे, परिवहन और इमारतों में पहुंच संबंधी समस्याओं की रिपोर्ट करने की अनुमति देता है।
: भारत में सुगमता से संबंधित किसी भी कठिनाई या समस्या का सामना करने वाला कोई भी व्यक्ति ऐप पर अपनी चिंता/शिकायतें दर्ज करा सकता है।
: ऐप पर केवल भवन, परिवहन प्रणाली और ICT (वेबसाइट और टीवी देखना) से संबंधित सुगमता संबंधी मुद्दे ही दर्ज किए जा सकते हैं।
: शिकायतें फोटो अपलोड करके दर्ज की जाती हैं, जिन्हें बाद में संबंधित अधिकारियों को भेज दिया जाता है।
: ऐप की विशेषताओं को बढ़ाने के लिए, सरकार इसे AI क्षमताओं के साथ फिर से डिज़ाइन करने की योजना बना रही है-
- उन्नत संस्करण में AI-संचालित चैटबॉट और बहुभाषी इंटरफ़ेस शामिल होगा, जिससे इसकी समग्र कार्यक्षमता में सुधार होगा।
- AI-सक्षम ऐप विकसित करने के लिए NGO मिशन एक्सेसिबिलिटी और शोध संस्थान I-STEM के साथ साझेदारी की गई है।