सन्दर्भ:
: CSIR-राष्ट्रीय एयरोस्पेस प्रयोगशालाओं (CSIR-NAL) के निदेशक ने हाल ही में बताया कि भारत द्वारा डिजाइन किए गए नागरिक विमान का अद्यतन संस्करण सारस Mk2 (Saras Mk2) दिसंबर 2027 में परीक्षण उड़ान के लिए तैयार है।
सारस Mk2 के बारे में:
: यह हल्के परिवहन विमान श्रेणी में पहला भारतीय बहुउद्देश्यीय नागरिक विमान है।
: यह 19 सीटों वाला, बहुउद्देश्यीय नागरिक विमान है।
: इसे वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) के सहयोग से राष्ट्रीय एयरोस्पेस प्रयोगशालाओं (NAL), बेंगलुरु द्वारा विकसित किया जा रहा है।
: यह सारस Mk 1 का उन्नत संस्करण है।
: इसका उपयोग कई उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है, जिसमें चिकित्सा आपात स्थिति या प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति शामिल है।
: यह टियर-1 शहरों से टियर-2 और टियर-3 शहरों में यात्रियों को ले जाने में भी मदद कर सकता है।
: इसकी प्रमुख विशेषताएँ:-
- यह 7.5 टन का विमान होगा और इसकी सेवा सीमा 29,000 फीट के साथ 6 घंटे की होगी।
- इसकी अधिकतम सीमा 19 यात्रियों के साथ 775 किमी और 7 यात्रियों के साथ 2450 किमी होगी।
- इसकी अधिकतम क्रूज़ गति 500 किमी प्रति घंटा और स्टॉल गति 185 किमी प्रति घंटा होगी।
- सारस एमके2 की उड़ान दूरी 790 मीटर और लैंडिंग दूरी 740 मीटर होगी।
- विमान में 2 प्रैट एंड व्हिटनी कनाडा PT6A-67A टर्बोप्रॉप इंजन लगे होंगे।