सन्दर्भ:
:दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ने छूटे हुए परिवारों को अपने दायरे में लाने के लिए सामाजिक लामबंदी अभियान (Social Mobilisation Campaign) चलाया।
इसक उद्देश्य है:
:छूटे हुए गरीब ग्रामीण और गरीब महिलाओं को महिला स्वयं सहायता समूहों (SHG) के साथ जोड़ने की प्रक्रिया में तेजी लाना।
सामाजिक लामबंदी अभियान के बारें में:
:यह अभियान ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा चलाया जा रहा है।
:इस 15 दिवसीय देशव्यापी अभियान को 7 से 20 सितंबर, 2022 तक चलाया जाएगा।
:सामाजिक लामबंदी अभियान के दौरान, हर गांव की महिला संस्थाएं एक सामाजिक लामबंदी कार्यक्रम आयोजित करेंगी, जहां हर सदस्य अपने साथ एक मित्र, या पड़ोसी को साथ लाएगें, जो किसी स्वयं सहायता समूह का सदस्य न हो।
: दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) एसएचजी का हिस्सा बनने के लाभों पर प्रकाश डाला जाएगा,जिससे गैर-सदस्य शामिल होने के लिए प्रेरित होंगे, उन्हें इन सामुदायिक संस्थाओं से जोड़ा जाएगा।
:दूर-दराज की ग्राम पंचायतों में महिलाओं तक पहुंचने के लिए राज्यों के ब्लॉक स्तर के कर्मचारियों द्वारा भी विशेष रणनीति तैयार की जा रही है।
:मंत्रालय के अनुसार इस तरह के संघीय ढांचे गरीबों के समुदाय-प्रबंधित संस्थानों के रूप में विकसित होंगे, जो आजीविका और सामाजिक विकास के कार्यक्रमों का नेतृत्व कर सकते हैं।
:सभी SHG, VO और CLF के गठन के सात दिनों के भीतर बैंक खाते खोले जाएंगे।