सन्दर्भ-:वाणिज्य मंत्रालय नए बाज़ारों में सेवाओं तथा उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए “ब्रांड इंडिया कैंपेन”शुरू करेगा।
:यह अभियान भारत द्वारा निर्यात की जाने वाली वस्तुओं और सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए एक “समग्र अभियान” के रूप में कार्य करेगा।
प्रमुख तथ्य-:चालू वित्त वर्ष 2021-2022 में देश के निर्यात को 400 बिलियन डॉलर के पर ले जाने पर कार्य हो रहा है।
:आरंभिक चरण में यह अभियान रत्न और आभूषण,कपड़ा,कॉफी,चाय,मशालें,शिक्षा,स्वास्थ्य देखभाल,फार्मा और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में निर्यात पर फोकस होगा
:इसके तहत गुणवत्ता,विरासत,प्रौद्योगिकी,मूल्य और नवाचार पर ध्यान केंद्रित किया जायेगा।
:हाल ही में “ब्रांड इंडिया कैंपेन” की समीक्षा इंडिया ब्रांड इक्विटी फाउंडेशन (IBEF) द्वारा किया गया।
:IBEF वाणिज्य विभाग द्वारा 1996 में स्थापित एक न्यास है जिसका मुख्य उद्देश्य है विदेशी बाज़ारों में “मेड इन इंडिया “लेबल के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना है।
अभियान के दृष्टिकोण-नए संभावित बाजार,भारतीय प्रतिभा,परंपरा और आधुनिकता,और डिजिटल चैनलों और अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम के माध्यम से प्रचार कार्यक्रम।