सन्दर्भ:
: हाल ही में भारतीय तटरक्षक बल (ICG) के पहले स्वदेशी रूप से विकसित प्रदूषण नियंत्रण पोत समुद्र प्रताप (Samudra Pratap) को गोवा में लॉन्च किया गया।
समुद्र प्रताप के बारे में:
: यह जहाज देश के समुद्री तट पर तेल रिसाव को रोकने में मदद करेगा।
: जहाज को लॉन्च किया गया और इसका नाम ‘समुद्र प्रताप’ रखा गया।
: इसे गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL) ने भारतीय तटरक्षक बल के लिए बनाया है।
: यह पहली बार है कि इस प्रकार के जहाजों को भारत में स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित किया जा रहा है।
समुद्र प्रताप की विशेषताएँ:
: इसकी लंबाई 114.5 मीटर, चौड़ाई 16.5 मीटर और विस्थापन 4,170 टन है।
: इस पोत पर 14 अधिकारी और 115 नाविक तैनात होंगे और यह प्रदूषण नियंत्रण के लिए अत्याधुनिक तकनीक से लैस है।
: विशेष रूप से, इसमें गति के दौरान तेल रिसाव को रोकने के लिए साइड-स्वीपिंग आर्म्स, तेल रिसाव का पता लगाने के लिए एक उन्नत रडार सिस्टम और विभिन्न प्रकार के तेल को निकालने और संग्रहीत करने की सुविधाएँ हैं।
इसका महत्व:
: यह पोत भारतीय तटरक्षक बल के बेड़े में एक महत्वपूर्ण अतिरिक्त है, जो भारत के विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) और उससे आगे तेल रिसाव प्रतिक्रिया संचालन का प्रबंधन करने की अपनी क्षमता को बढ़ाता है।