सन्दर्भ:
: भारत से 34 छात्रों के एक समूह को सकुरा विज्ञान कार्यक्रम 2025 (Sakura Science Programme 2025) में भाग लेने के लिए जापान रवाना किया गया है।
सकुरा विज्ञान कार्यक्रम के बारें में:
: जापान विज्ञान और प्रौद्योगिकी एजेंसी (JST) द्वारा कार्यान्वित।
: एक युवा आदान-प्रदान पहल जिसे आधिकारिक तौर पर विज्ञान में जापान-एशिया युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम कहा जाता है।
: इसे जापान द्वारा 2014 में लॉन्च किया गया।
: भारत 2016 में इसमें शामिल हुआ और तब से इसमें सक्रिय भागीदार रहा है।
: इसमें शामिल देश है- भारत, मिस्र, घाना, केन्या, नाइजीरिया, दक्षिण अफ्रीका, जाम्बिया और अन्य एशियाई राष्ट्र।
: इसके उद्देश्य है:-
- युवा शिक्षार्थियों में वैज्ञानिक जिज्ञासा और वैश्विक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना।
- सांस्कृतिक समझ को प्रोत्साहित करना और जापान के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मज़बूत करना।
- जापान की वैज्ञानिक प्रगति और सांस्कृतिक परंपराओं से परिचित कराना।
- विभिन्न महाद्वीपों के भावी नवप्रवर्तकों और नेताओं का एक नेटवर्क तैयार करना।
: इसकी विशेषताएँ:-
- जापान की अल्पकालिक शैक्षिक यात्राएँ।
- छात्र वैज्ञानिक संस्थानों, विश्वविद्यालयों और अनुसंधान केंद्रों के साथ संवाद करते हैं।
- विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार में व्यावहारिक अनुभव प्रदान करता है।
- जापानी संस्कृति, अनुशासन और पर्यावरणीय नैतिकता से परिचय।