सन्दर्भ-केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री सुभाष सरकार ने 12 जनवरी 2022 को स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2021-2022 की शुरुआत किए।
उद्देश्य-स्वच्छता के बारे में जागरूकता एवं स्वप्रेरणा के बारे में बढ़ावा देने के लिए। यह पुरस्कार भविष्य में अधिक से अधिक सुधार करने हेतु स्कूलों के लिए एक बेंचमार्क और रोडमैप भी प्रदान करता है।
महत्त्व-इससे स्कूलों में पानी और स्वच्छता को बढ़ावा मिलेगा क्योकि इसके द्वारा ही छात्रों के स्वास्थ्य,स्कूलों में नामांकन और छोड़ने की दर के बारे में पता चलेगा,साथ ही वातावरण को स्वच्छ बनाकर छात्रों को बिमारियों से बचाया जा सकता है।
प्रमुख तथ्य-केंद्रीय मंत्री ने इसकी शुरुआत डिजिटल माध्यम से किया।
:इस पुरस्कार के लिए प्रविष्टिया 12 जनवरी से 31 मार्च तक भेजी जा सकती है।
:इस पुरस्कार के लिए सभी श्रेणियों के विद्यालय-सरकारी,सरकारी सहायता प्राप्त और निजी,शहरी एवं ग्रामीण भाग ले सकते है।
:विद्यालयों का मूल्यांकन ऑनलाइन एवं मोबाइल ऐप के माध्यम से विभिन्न श्रेणियों के तहत किया जायेगा -जल,साबुन से हाथ को धोना,रखरखाव एवं संचालन,क्षमता परिवर्तन एवं व्यावहार परिवर्तन,कोविड-19 की तयारी और प्रतिक्रिया।
:विद्यालयों को राष्ट्रीय,राज्य और जिला स्तर पर 5स्टार रेटिंग दी जाएगी,इसके अतिरिक्त स्कूलों को भागीदारी के लिए एक प्रमाणपत्र भी दिया जायेगा जिसमे श्रेणी अनुसार स्कोर और समग्र रेटिंग को दर्शाया जायेगा।
:इस वर्ष राष्ट्रीय स्तर समग्र श्रेणी के तहत 40 विद्यालयों को चयनित किया जायेगा।
:इस साल समग्र शिक्षा योजना के तहत पुरस्कार की राशि को 40000 से 60000 बढ़ा दिया गया है,साथ ही पहली बार 6 उप श्रेणियों के लिए पहली बार प्रत्येक विद्यालय को 20000रुपये का पुरस्कार भी दिया जायेगा।