सन्दर्भ:
: खगोलविदों ने ‘शिव’ और ‘शक्ति’ नामक तारों की दो प्राचीन धाराओं की खोज की है, जो आकाशगंगा के सबसे पुराने निर्माण खंडों में से हैं।
‘शिव’ और ‘शक्ति’ से जुड़े प्रमुख तथ्य:
: माना जाता है कि यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के गैया (Gaia) टेलीस्कोप के डेटा का उपयोग करके पहचानी गई ये धाराएं लगभग 12 अरब साल पहले आकाशगंगा में विलीन हो गई थीं।
: प्रत्येक संरचना में समान रासायनिक संरचना वाले तारे होते हैं, जो लगभग 12-13 अरब साल पहले बने थे और जिनका द्रव्यमान हमारे सूर्य से लगभग 10 मिलियन गुना अधिक था।
: ज्ञात हो कि 2013 में लॉन्च किया गया गैया, आकाशगंगा की त्रि-आयामी संरचना के मानचित्रण में सहायक रहा है, जिससे खगोलविदों को ‘शिव’ और ‘शक्ति’ जैसी संरचनाओं का पता लगाने में सहायता मिली है।
: भविष्य के गैया सर्वेक्षणों सहित आगे के अध्ययनों से आकाशगंगा के निर्माण और विकास में अतिरिक्त अंतर्दृष्टि प्रदान करने की उम्मीद है।
: हिंदू धर्म में, ‘शिव’ और ‘शक्ति’ के मिलन ने ब्रह्मांड को जन्म दिया।
: शक्ति और शिव संरचनाओं की पहचान से आकाशगंगा के अशांत प्रारंभिक चरणों को ध्यान में लाने में मदद मिली है।