सन्दर्भ:
: हाल ही में केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ने राज्यसभा को वैश्विक सहभागिता योजना (Global Engagement Scheme) के बारे में जानकारी दी।
वैश्विक सहभागिता योजना के बारे में:
: इसे पहले अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने की योजना के रूप में जाना जाता था।
: यह भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देता है और वैश्विक क्षेत्र में भारत की छवि को समन्वित तरीके से बढ़ाता है।
: संस्कृति मंत्रालय इसका नोडल मंत्रालय है।
: इसके निम्नलिखित तीन घटक हैं-
1- भारत महोत्सव:
- यह लोगों के बीच आपसी संपर्क और द्विपक्षीय सांस्कृतिक संपर्क को बढ़ावा देने के लिए विदेशों में आयोजित किया जाता है।
- लोक संगीत, लोक नृत्य, लोक रंगमंच और कठपुतली, शास्त्रीय और पारंपरिक नृत्य, प्रायोगिक/समकालीन नृत्य, शास्त्रीय/अर्ध शास्त्रीय संगीत, रंगमंच आदि जैसे लोक कला जैसे विविध सांस्कृतिक क्षेत्रों के कलाकार विदेशों में ‘भारत महोत्सव’ में प्रदर्शन करते हैं।
2- भारत-विदेश मैत्री सांस्कृतिक समितियों को सहायता अनुदान योजना:
- इस योजना के तहत अनुदान भारत और संबंधित विदेशी देशों के बीच घनिष्ठ मैत्री और सांस्कृतिक संपर्क को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्वीकृत किए जाएंगे।
3- योगदान अनुदान:
- यह घटक ICROM, यूनेस्को, विश्व विरासत निधि जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों की सदस्यता के लिए भारतीय योगदान और भारतीय भागीदारी और अंतर्राष्ट्रीय बैठकों की मेजबानी को सुविधाजनक बनाने के लिए है।