सन्दर्भ:
: तीन साल के गहन शोध के बाद, शोधकर्ताओं की एक अंतर्राष्ट्रीय टीम ने पहला ‘विश्व साइबर अपराध सूचकांक’ (World Cybercrime Index) तैयार किया है।
विश्व साइबर अपराध सूचकांक के बारे में:
: यह राष्ट्रीय स्तर पर साइबर अपराध के सबसे महत्वपूर्ण स्रोतों की रैंकिंग करके विश्व के प्रमुख साइबर अपराध हॉटस्पॉट की पहचान करता है।
: इसे ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और UNSW कैनबरा के बीच एक संयुक्त साझेदारी के रूप में विकसित किया गया है।
: सूचकांक को रेखांकित करने वाला डेटा दुनिया भर के 92 प्रमुख साइबर अपराध विशेषज्ञों के एक सर्वेक्षण के माध्यम से इकट्ठा किया गया था जो साइबर अपराध खुफिया जानकारी एकत्र करने और जांच में शामिल हैं।
: यह लगभग 100 देशों को रैंक करता है और रैंसमवेयर, क्रेडिट कार्ड चोरी और घोटाले सहित साइबर अपराध की विभिन्न श्रेणियों के अनुसार प्रमुख हॉटस्पॉट की पहचान करता है।
विश्व साइबर अपराध सूचकांक के मुख्य निष्कर्ष:
: इस सूची में रूस शीर्ष पर है, उसके बाद यूक्रेन, चीन, अमेरिका, नाइजीरिया और रोमानिया हैं।
: भारत ने रैंकिंग में 10वें नंबर पर कब्जा जमाया।
: शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि कुछ प्रकार के साइबर अपराध विशेष देशों से जुड़े थे।
: उदाहरण के लिए, संयुक्त राज्य अमेरिका डेटा और पहचान की चोरी से जुड़ा था, जबकि तकनीकी उत्पादों या सेवाओं से संबंधित उत्पाद अक्सर चीन से उत्पन्न होते प्रतीत होते थे।