सन्दर्भ:
: हाल ही में, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 15वें वित्त आयोग चक्र के लिए वन्यजीव आवास योजना का एकीकृत विकास (Integrated Development of Wildlife Habitat Scheme) को जारी रखने की मंजूरी दी।
वन्यजीव आवास योजना का एकीकृत विकास के बारें में:
: यह केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एक केंद्र प्रायोजित योजना है।
: 11वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान पूर्ववर्ती केंद्र प्रायोजित योजना – “राष्ट्रीय उद्यानों एवं अभयारण्यों के विकास के लिए सहायता” में और अधिक घटक एवं गतिविधियाँ जोड़कर इसे क्रियाशील बनाया गया है।
: इसमें बाघों एवं अन्य वन्यजीव आवासों में चालू एवं अगले वित्तीय वर्ष में विभिन्न विषयगत क्षेत्रों में तकनीकी हस्तक्षेप को बढ़ावा देने की परिकल्पना की गई है।
: इस योजना के अंतर्गत 55 बाघ अभ्यारण्य, 33 हाथी अभ्यारण्य तथा 718 संरक्षित क्षेत्र एवं उनके प्रभाव क्षेत्र लाभान्वित होंगे।
: योजना के घटक-
- संरक्षित क्षेत्रों के बाहर वन्यजीवों की सुरक्षा।
- गंभीर रूप से संकटग्रस्त प्रजातियों और आवासों को बचाने के लिए पुनर्प्राप्ति कार्यक्रम।
- संरक्षित क्षेत्रों (राष्ट्रीय उद्यान, वन्यजीव अभयारण्य, संरक्षण रिजर्व और सामुदायिक रिजर्व) को सहायता।
: IDWH के उप घटक-
- प्रोजेक्ट टाइगर- इसका उद्देश्य बंगाल टाइगर (‘लुप्तप्राय’) की प्राकृतिक आवासों में व्यवहार्य आबादी सुनिश्चित करना और उन्हें विलुप्त होने से बचाना है, यह देश में महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट चीता का भी समर्थन करता है।
- प्रोजेक्ट एलीफेंट: इसका उद्देश्य हाथियों की आबादी और उनके आवासों का संरक्षण करना, मानव-हाथी संघर्षों को कम करना और बंदी हाथियों के कल्याण में सुधार करना है।
- वन्यजीव आवास का विकास: प्रोजेक्ट डॉल्फिन और प्रोजेक्ट लॉयन दोनों इस उप घटक के अंतर्गत आते हैं।