सन्दर्भ:
: भारत की राष्ट्रीय कला अकादमी, ललित कला अकादमी (Lalit Kala Akademi) द्वारा आयोजित 64वीं राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी (NEA) का हाल ही में नई दिल्ली में एक भव्य समारोह के साथ उद्घाटन किया गया।
ललित कला अकादमी के बारे में:
: ललित कला अकादमी, राष्ट्रीय कला अकादमी, नई दिल्ली, की स्थापना भारत सरकार द्वारा 5 अगस्त, 1954 को एक स्वायत्त निकाय के रूप में देश के भीतर और बाहर भारतीय कला की समझ को बढ़ावा देने और प्रसारित करने के लिए की गई थी।
: इसका उद्घाटन 5 अगस्त 1954 को तत्कालीन शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद ने किया था।
: अकादमी को 1957 में सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1860 के तहत वैधानिक प्राधिकरण का दर्जा दिया गया था।
: इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है।
: यह अपनी सामान्य परिषद, कार्यकारी बोर्ड और अन्य समितियों के माध्यम से कार्य करती है।
: इसके क्षेत्रीय केंद्र चेन्नई, लखनऊ, कोलकाता, भुवनेश्वर और गढ़वाल में स्थित हैं।
: इसका वित्त पोषण- यह संस्कृति मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित है।
: यह संस्था दृश्य कला की पहचान और प्रदर्शन में सक्रिय रही है।
: इसने उच्चतम स्तर का एक स्थायी संग्रह संरक्षित और प्रलेखित किया है जो भारत में समकालीन, आधुनिक, लोक और जनजातीय कला की जीवंतता, जटिलता और उभरते स्वरूपों को दर्शाता है।
: यह सांस्कृतिक समझौतों और सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों के माध्यम से दुनिया के विभिन्न देशों में भारतीय दृश्य कला को बढ़ावा देता है।
: राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी, ललित कला अकादमी का सबसे प्रतिष्ठित वार्षिक आयोजन है।
: 1955 में शुरू हुआ यह आयोजन वर्ष में दृश्य प्रगति को प्रदर्शित और प्रस्तुत करने के उद्देश्य से किया जाता है।