Wed. Sep 17th, 2025
लंगखुन उत्सवलंगखुन उत्सव
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सन्दर्भ:

: हाल ही में असम के कार्बी आंगलोंग जिले के उम्सवाई गांव में तिवा आदिवासियों ने लंगखुन उत्सव (Langkhon Festival) मनाया।

लंगखुन उत्सव के बारे में:

: यह असम के तिवा समुदाय द्वारा मनाया जाने वाला एक सामाजिक-धार्मिक उत्सव है।
: इस त्योहार के दौरान लोग आगामी रबी फसल के मौसम में अच्छी फसल की कामना करते हैं।
: इस त्योहार के दौरान समुदाय के सदस्य प्रसाद चढ़ाते हैं और देवताओं से अच्छी फसल के लिए प्रार्थना करते हैं।
: संगीत और नृत्य सहित सांस्कृतिक कार्यक्रम भी इस उत्सव का हिस्सा होते हैं।
: इसका महत्व- तिवा लांगखुन त्योहार का सांस्कृतिक महत्व बहुत अधिक है और समुदाय अच्छी फसल की कामना करता है।
: तिवा जनजाति के बारे में:-

  • तिवा लोगों को लालुंग भी कहा जाता है और वे पूर्वोत्तर भारत के असम और मेघालय राज्यों में रहते हैं।
  • पहाड़ी तिवा और मैदानी तिवा हैं:
  1. पहाड़ी तिवा: ये असम के कार्बी आंगलोंग ज़िले और मेघालय में रहते हैं, ये तिब्बती-बर्मी भाषा बोलते हैं।
  2. मैदानी तिवा: ये ब्रह्मपुत्र घाटी के दक्षिणी तट पर रहते हैं, ये असमिया बोलते हैं।
  • समाज: यहाँ मातृसत्तात्मक समाज व्यवस्था है जहाँ तिवा लड़का किसी लड़की से विवाह करने के लिए उसके पास जाता है, इस व्यवस्था को “कोबेआ लिवा” कहा जाता है।
  • तिवा जनजातियों के प्रमुख त्यौहार हैं: तिवा बिहू, जोन बील मेला, सागरमिसावा, लंगखुनपूजा आदि।

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By gkvidya

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