सन्दर्भ-भारत और दक्षिण कोरिया ने संयुक्त रूप से द्विपक्षीय औद्योगिक अनुसंधान और विकास (R&D) कार्यक्रम के तहत रोबोट-सहायता प्राप्त सर्जरी के लिए एक कुशल,उपयोगकर्ता के अनुकूल,सस्ती और वास्तविक समय प्रशिक्षण प्रणाली विकसित की है।
प्रमुख तथ्य-दुनिया भर में चिकित्सा उपचार को फिर से परिभाषित करने वाली रोबोटिक सर्जरी के साथ इसे विकसित किया गया है।
:एक प्रोटोटाइप में विकसित किया गया है,जिसकी कीमत लगभग 20 लाख रुपये है पूर्व में इसकी आयातित कीमत 12 करोड़ रुपये था के विकल्प के रूप में।
:इसमें एक नया सेंसर शामिल है जिसे हैप्टिक फीडबैक को सक्षम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
:यह ऐसे समय में सर्जनों और मेडिकल छात्रों को लागत प्रभावी तरीके से प्रशिक्षित कर सकता है जब रोबोटिक सर्जरी रोगियों के बीच स्वीकार्यता प्राप्त कर रही है।
:चूंकि रोबोटिक सर्जरी सर्जनों को न्यूनतम इनवेसिव और फिर भी सटीक,स्थिर और निपुण कार्यक्षमता प्रदान करके उपचार में क्रांति ला रही है,विशेष रूप से न्यूरोसर्जरी के मामले में,प्रशिक्षण बहुत महत्वपूर्ण है।
:यह रोबोटिक एंडोट्रेनर रोबोटिक प्रणालियों का उपयोग करने वाले सर्जनों के अधिक व्यापक प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान करेगा जिससे रोगी के परिणामों में सुधार होगा।
:कार्यक्रम को ग्लोबल इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी एलायंस (GITA) द्वारा समर्थित किया गया था,जो मंत्रालय के प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड (TDB) और भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के बीच एक सार्वजनिक-निजी भागीदारी है।
:रोबोटिक एंडोट्रेनर विभिन्न राष्ट्रीय मिशनों के साथ संरेखण में है,जैसे-मेक इन इंडिया,सभी के लिए स्वास्थ्य,डिजिटल इंडिया,इंटर-डिसिप्लिनरी साइबर फिजिकल सिस्टम्स और स्किल इंडिया और सतत विकास लक्ष्यों जैसे अच्छा स्वास्थ्य और कल्याण और उद्योग,नवाचार और बुनियादी ढांचाको प्राप्त करने के भारत के उद्देश्य के अनुरूप भी है।